छ्त्तीसगढ़ में पीएससी ने अपने अधिकारियों, सरकार के अफसरों व नेताओं के परिवार व रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर-डिप्टी एसपी से लेकर स्टेट एक्साइज के अधिकारी बना दिया। इसका खुलासा होने के बाद अब सीबीआई को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है जिसके तहत रायपुर-भिलाई में कई जगह तलाशी की जा रही है। पढ़िये रिपोर्ट।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के चेयरमेन तमन सिंह सोनवानी, सेक्रटरी जीवन किशोर ध्रुव हैं जिनके कार्यकाल में बढ़े स्तर पर पीएससी के माध्यम से होने वाली राजपत्रित अधिकारियों की भर्ती में गड़बड़ी हुई। यह सामने आया कि तत्कालीन अध्यक्ष सोनवानी का बेटा डिप्टी कलेक्टर बन गया तो उनके बड़े भाई का बेटा डिप्टी एसपी, बेटी लेबर ऑफिसर, पुत्रवधु डिप्टी कलेक्टर तो उनके भाई की पुत्रवधु डिस्ट्रिक्ट एक्साइज ऑफिसर, पीएससी के सेक्रटरी ध्रुव का बेटा डिप्टी कलेक्टर बन गया। इसी तरह कई नेताओं और राज्य के आला अधिकारियों के परिवार के सदस्यों को डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी व अन्य पदों पर चयनित किया गया। सूत्र बताते हैं कि छ्त्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया विभाग से जुड़े एक नेता की बेटी भी इसी तरह राज्य की सरकारी नौकरी पाने में सफल रही।
सीबीआई ने जांच शुरू की
सीबीआई ने 2020-22 परीक्षा के दौरान छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा डिप्टी कलेक्टरों, डिप्टी एसपी और अन्य वरिष्ठ पदों के चयन में पक्षपात के आरोपों के मामलों की जांच अपने हाथ में लेते हुए तलाशी के लिए कई ठिकानों पर छापे मारे। पीएससी के तत्कालीन चेयरमेन, सेक्रटरी, कंट्रोलर के रायपुर व भिलाई स्थित ठिकानों ऑफिस व घरों पर तलाशी ली गई।
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