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पार्टी से जाने के बाद फिर इन नेताजी को अरुण यादव ने घेरा, बताया टिकट काटने, बिना चुनाव MP-मंत्री बनने वाला नेता

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने एकबार फिर पार्टी छोड़ने वाले नेताजी पर हमला बोला है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के चार साल पहले भाजपा में जाने पर जिस तरह यादव ने उन पर सबसे पहले हमला बोला था, उसी तरह इस बार उन्होंने सुरेश पचौरी को घेरा है। पढ़िये रिपोर्ट में क्या कहा।
विधानसभा चुनाव के बाद हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं में बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी का है। कांग्रेस पार्टी में जब तक वे रहे तो गुटीय राजनीति में उनका एक गुट अलग रहा जिसकी वजह से उनका प्रदेश की राजनीति में दबदबा रहा। मगर प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए पार्टी के विधानसभा चुनाव हार जाने पर उन्हें हटाया गया और फिर उनका कद वैसा नहीं रह पाया जैसा पीसीसी चीफ बनने के पहले हुआ करता था। प्रदेश कांग्रेस में उनके गुटीय राजनीति के प्रभाव को लेकर दूसरे बड़े नेताओं पर उनका दबाव रहता है और यही वजह थी कि वे भोपाल, होशंगाबाद, रायसेन, नरसिंहपुर जैसे जिलों में नगरीय निकाय चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक किसी भी अन्य नेता की दखलदांजी स्वीकार नहीं करते थे। उनके पार्टी में रहने तक गुटीय राजनीति में दबदबे वाले दूसरे गुटों के नेता भी तब कुछ कहने से बचते थे। मगर पचौरी के भाजपा में जाने के बाद अब तक नेता दबी जुबान से बोल रहे थे लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने होशंगाबाद में उनका नाम लिए बिना उनकी तमाम खूबियों को चटखारे ले-लेकर गिनाया तो श्रोता हंस हंस कर लोटपोट हो गए। सुनिये यादव ने होशंगाबाद में मंच से जो कहा।
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