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MP के सात बच्चों ने सिविल सर्विसेस में मारी बाजी, IAS अफसर की बेटी बनेगी IAS
सिविल सर्विसेस 2023 का परिणाम घोषित हो गया है जिसमें मध्य प्रदेश के सात बच्चों ने बाजी मारी है। मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस छोटे सिंह की बिटिया छाया सिंह को भी आईएएस मिलने की संभावना है तो एक शिक्षक देवेंद्र की बेटी माही शर्मा के भी आईएएस बनने की उम्मीद बन रही है। भोपाल के अयान जैन ने तो बीएचईएल में कार्यपालक निदेशक संजय गोयल के दो बेटों ने भी ऐसी ही उपलब्धि हासिल की है. मप्र पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर की बेटी व एक कॉलोनाइजर की बेटी के भी परीक्षा में मिली रैंक से उम्मीद की जा रही है कि उन्हें आईपीएस बनने का मौका मिल जाएगा। पढ़िये रिपोर्ट।
सिविल सर्विसेस 2023 में 180 आईएएस, 37 इंडियन फॉरेन सर्विस, 200 आईपीएस, केंद्रीय सेवाएं के समूह एक के 613 और समूह बी के लिए 113 पदों को मिलाकर 1143 पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों का परिणाम जारी किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश के सात बच्चों छाया सिंह, सचिन गोयल, समीर गोयल, पलक गोयल और काजल सिंह का भी चयन हुआ है। छाया सिंह मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी छोटे सिंह की बिटिया हैं जो वर्तमान में राजस्व मंडल ग्वालियर में पदस्थ हैं। वहीं, सचिन व समीर के पिता संजय गोयल बीएचईएल के दिल्ली कारपोरेट ऑफिस में कार्यपालक निदेशक हैं और पलक के पिता नरेंद्र गोयल कॉलोनाइजर हैं। काजल के पिता विजय सिंह कुशवाह मध्य प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर में है।
छोटे भाई सचिन डॉक्टर तो समीर आरबीआई में मैनेजर
बीएचईएल में कार्यपालक निदेशक संजय गोयल अपने बेटों के सिविल सर्विसेस की परीक्षा निकालने पर खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। वे कहते हैं कि उनके बड़े बेटे समीर ने बीई के बाद एमबीए किया और अभी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। छोटा सचिन ने भोपाल के एम्स से एमबीबीएस किया। दोनों ही बेटे सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहे थे और उनके परीक्षा को निकालने पर उन्हें बेहद खुशी है। संजय गोयल कहते हैं कि बेटों की कोई ऐसी चाह नहीं है कि आईएएस या आईएफएस या आईपीएस ही मिले। जो भी सर्विस में ज्वाइन करने का मौका मिलेगा वे उसमें जाने को तैयार हैं।
आईएएस बनने के लिए एक और प्रयास करेंगी काजल
सतना जिले में पुलिस सब इंस्पेक्टर विजय सिंह की बिटिया काजल का कहना है कि उन्होंने 2022 में ग्रेजुएशन करने के बाद सिविल सर्विसेस की तैयारी के लिए दिल्ली में कोचिंग की थी। वे कहती हैं कि उनकी 485वीं रैकिंग आई है और उम्मीद कर रही हैं कि उन्हें आईपीएस मिल जाएगी। काजल का कहना है कि वे आईएएस बनना चाहती हैं और इसके लिए वे अभी जो भी सर्विसेस में मौका मिलेगा, उसे ज्वाइन कर लेंगी लेकिन एक और प्रयास करेंगी। पलक के पिता नरेंद्र गोयल ने बताया कि उनकी बिटिया का यह चौथा प्रयास था और पिछली बार लिखित में होने के बाद इंटरव्यू क्लीयर नहीं कर पाईं थीं।
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