भाजपा ने लोकसभा की मध्य प्रदेश की 24 सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन और इंदौर सहित पांच सीटों के नाम अभी घोषित नहीं किए गए हैं। पढ़िये रिपोर्ट।
लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 24 सीटों पर भाजपा ने अपने प्रत्याशियों को फाइनल कर दिया है जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से टिकट देकर मध्य प्रदेश से उनका राजनीति सफर केंद्रीय नेतृत्व ने फिर दिल्ली की ओर ले मोड़ दिया है। वहीं, 2020 में भाजपा को प्रदेश में सत्ता में वापस कराने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनकी पुरानी गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से टिकट देकर राज्यसभा की बजाय उन्हें लोकसभा में ले जाने का फैसला किया गया है। हालांकि अभी सिंधिया का अप्रैल 2026 तक राज्यसभा का कार्यकाल बचा है। गुना से सांसद केपी यादव का टिकट काट दिया गया है जिन्होंने 2019 में सिंधिया को हराकर गुना सीट भाजपा को दिलाई थी।
भोपाल में आलोक शर्मा को अब लोकसभा में मौका
भोपाल के पूर्व महापौर और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी आलोक शर्मा को पार्टी ने एक और मौका दिया है। उनकी विधानसभा के दो चुनाव में हार के बाद अब उन्हें लोकसभा में जाने का मौका दिया गया है। मौजूदा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट काट दिया गया है। आलोक शर्मा भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से हाल ही में हारे हैं। भोपाल में भाजपा की स्थानीय राजनीति में आलोक शर्मा, विश्वास सारंग, रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी अलग-अलग धड़ों में बंटी है जिसमें यह चारों नेता एक-दूसरे को जब भी मौका मिलता है, कमजोर करने से पीछे नहीं हटते हैं।
पांच सीटों पर अभी भी भाजपा का मंथन जारी
भाजपा ने मध्य प्रदेश की 24 सीटों पर तो प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन इंदौर, उज्जैन, धार, बालाघाट और छिंदवाड़ा जैसी सीटों पर अभी तक फैसला नहीं किया है। उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृह जिला है और यह सीट अनुसूचित जाति की आरक्षित सीट है तो इंदौर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का क्षेत्र हैं जहां उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कैलाश विजयवर्गीय की भी खासी दखलंदाजी है। धार लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति वाली सीट है जहां से छतरसिंह दरबार सांसद हैं। इसी तरह महाकौशल की बालाघाट और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। बालाघाट में ढालसिंह बिसेन सांसद हैं तो छिंदवाड़ा में कांग्रेस के एकमात्र सांसद नकुलनाथ सांसद हैं। ढालसिंह बिसेन का टिकट काटे जाने की चर्चा है। उल्लेखनीय है कि ढालसिंह बिसेन के विरोधी गौरीशंकर बिसेन हैं जो अपनी बेटी को चुनावी राजनीति में उतारने के लिए काफी समय से प्रयासरत हैं। विधानसभा चुनाव में पार्टी ने बेटी मौसमी को टिकट भी दे दिया था लेकिन नामांकन पर्चा भरने के पहले बेटी ने स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाव पिता को ही प्रत्याशी बनाने के लिए अपनी सहमति दे दी। अब मौसमी को ढालसिंह बिसेन की जगह टिकट देने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
Leave a Reply