विधानसभा चुनाव के लिए राज्य प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़कर कांग्रेस के भरोसे पर टिकी निशा बांगरे अब सीधे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से सवाल कर रही हैं। कांग्रेस के लिए वे गले की हड्डी बनती नजर आ रही हैं और उन्होंने कमलनाथ से दो टूक जवाब मांगा है। पढ़िये रिपोर्ट।
छतरपुर जिले की पूर्व एसडीएम निशा बांगरे का अदालत के हस्तक्षेप के बाद राज्य शासन ने सोमवार को स्वीकार कर लिया है लेकिन कांग्रेस के उसी दिन आमला से अपने प्रत्याशी घोषित कर देने के कारण अब उनके सामने संकट की स्थिति बन गई है। उनकी सरकारी नौकरी चली गई और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से टिकट भी मिलने में दिक्कत होगी क्योंकि पार्टी को घोषित प्रत्याशी का टिकट काटना होगा। टिकट काटकर देने से बांगरे को पार्टी के स्थानीय संगठन से भी जूझना होगा। पसोपेश की स्थिति से जूझ रही बांगरे ने मंगलवार की देर रात को चुनाव लड़ने के फैसले को सोशल मीडिया पर शेयर किया और नामांकन पर्चा शुक्रवार तक कभी भरने का ऐलान किया।
आज कमलनाथ से पूछा सवाल
मंगलवार की रात को चुनाव लड़ने के फैसले के बाद बुधवार को सुबह बांगरे ने फिर सोशल मीडिया पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से सीधा सवाल किया। उन्होंने कहा कि जब नामांकन पर्चा भरने के अंतिम दो दिन तक इंतजार करने का वादा किया गया था तो प्रत्याशी का ऐलान क्यों किया गया। बांगरे ने कमलनाथ से पूछा है कि अब वे अपना स्टैंड क्लियर बताएं क्योंकि आमला-सारणी की जनता के उनके चेहर पर चुनाव लड़ने को तैयार है।
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