पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एकबार फिर पार्टी में उनके विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जिन सिद्धांतों पर चल रही हैं, उससे मोदीजी नाराज हैं। उन्होंने ऐसी सोच को महापापी बताया और कहा कि यह दुष्प्रचार उन्हें नहीं मोदीजी व भाजपा को नुकसान पहुंचाएगा। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते-आते भाजपा के लिए उनके अपने ही मुसीबतें पैदा कर रहे हैं और वरिष्ठ नेताओं द्वारा पार्टी के उनके अपने विरोधियों को घेरते हुए हमले किए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एकबार फिर विरोधियों को घेरा और कहा कि उनके बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है कि वे जिन सिद्धांतों पर चल रही हैं, उससे मोदी जी नाराज हैं। भारती ने कहा कि ऐसा दुष्प्रचार उनके नहीं बल्कि मोदी और भाजपा के लिए नुकसानदायक होगा। इसके पीछे गहरी चाल है।
भारती ने कहा वे मुद्दों पर अडिग हैं
उमा भारती ने कहा कि वे जिन मुद्दों को लेकर अब तक काम करती हैं और उनमें उनकी आस्था है और वे उन मुद्दों पर आज भी अडिग हैं। भारती ने कहा कि उन्होंने हमेशा अपनी इच्छाशक्ति से निर्णय लिए हैं। तिरंगा यात्रा के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ी तो राम मंदिर आंदोलन में भाग लिया और जब महिला आरक्षण में ओबीसी महिलाओं का मामला आया व भाजपा-कांग्रेस इसके विरोध में एक थे तब उसे उन्होंने उठाया। गंगा के निर्मल और अविरलता के लिए सरकार को स्मरण कराया। मध्य प्रदेश में शराब वितरण नियंत्रण के लिए जो अभियान चलाया, उसमें शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट में फैसला किया जिसके लिए वे उनकी ऋणी हैं।
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