उत्तरप्रदेश से भाजपा की सांसद सावित्री बाई फुले ने भगवान राम, हनुमान और राम मंदिर को लेकर एक बयान देकर पार्टी को बैकफुट पर ला दिया है। चार साल मंदिर की याद नहीं आई, अब राम मंदिर याद आया है।सावित्री बाई फुले ने भगवान राम को मनुवादी बताया। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का दलित प्रेम दिखावा है। भगवान बजरंग वली अगर नहीं थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया और बंदर क्यों बनाया गया। उनके मुंह पर कालिख क्यों पोती गई और उनके शरीर में पूंछ क्यों दी गई। सावित्री बाई ने कहा कि देश में जितने भी मंदिर हैं, वहां दलितों को ही पुजारी से रखरखाव करना चाहिए। तीन फीसदी पंडित ही हर जगह कब्जा जमाए हुए हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि मंदिर और कुंभ पर जिस तरह रुपए खर्च किए जाते हैं, वह राशि गरीबों को बांट दी जाना चाहिए। इससे देश में गरीबी ही कुछ कम हो जाएगी। चार साल तक मंदिर के नाम पर बिलकुल भी याद नहीं रहा। अब जब पांच राज्यों के चुनाव हो रहे हैं तब इन्हें मंदिर की याद आई है।
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