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आर्य को संरक्षण देने पर मुख्यमंत्री इस्तीफा दें:

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हत्या के आरोपी और अदालत द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के वांछित राज्यमंत्री श्री लाल सिंह आर्य को संरक्षण देने और अपने केबिन में उन्हें पुलिस महानिदेशक से मिलवाने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूछा कि आपके मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य को लेकर प्रदेश की जनता यह जानना चाहती है कि क्या यहां दो प्रकार के कानून का राज है। एक आम जनता के लिए दूसरा आपके अपने मंत्री और भाजपा नेताओं के लिए। जिन्हें कानून तोड़ने, उसकी परवाह न करने पर कोई सजा नहीं है। सिंह ने उदाहरण दिया कि नीमच के एक पत्रकार ने गृहमंत्री के बयान को लेकर फेसबुक पर एक व्यंग्य किया था। आपकी पुलिस इतनी जागरूक रही कि फेसबुक में पोस्ट होने के कुछ घंटे के अंदर उस पत्रकार पर धारा 376 का और राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया। दूसरी ओर एक मंत्री को अदालत ने हत्या का आरोपी माना 6-7 बार उनके गिरफ्तारी के वारंट जारी हुए और आपके मंत्री न तो उसका पालन कर रहें हैं न आप पालन करा रहे हैं। क्या यह राष्ट्रद्रोह नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कानून का और अदालत के आदेश का पालन न करने पर आर्य के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या श्री लाल सिंह आर्य को भिंड की विशेष अदालत ने विधायक स्व. श्री माखनलाल जाटव हत्याकांड में आरोपी माना है? उनके खिलाफ भिंड की अदालत ने 7 बार गिरफ्तारी वारंट जारी किये हैं, क्या 5 दिसंबर 2017 के दिन जिस भिंड की अदालत ने जब श्री लाल सिंह आर्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, उस दिन से आज तक कितनी बार श्री लाल सिंह आर्य ने मुलाकात की? श्री सिंह ने पूछा कि श्री लाल सिंह आर्य 6 से 8 दिसंबर के बीच मंत्रालय गए। उन्होंने आपसे और पुलिस महानिदेशक से आपके एंटी चेंबर में मुलाकात की। क्या मुख्यमंत्री ने उन्हें अदालत के आदेश का पालन करने को कहा ?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपने और श्री लाल सिंह आर्य ने चुनाव के दौरान नामांकन भरते समय एवं मंत्री पद की शपथ में संविधान का एवं भारत में प्रचलित कानून का पालन करने की शपथ ली थी, परंतु आपके द्वारा जिस तरीके से लाल सिंह आर्य को सरंक्षण और उन्हें गिरफ्तार होने से बचाया जा रहा है, उससे आपके द्वारा भी ली गई शपथ का उल्लंघन हो रहा है। श्री सिंह ने कहा कि समाचार पत्रों में यह प्रकाशित हुआ है कि श्री लाल सिंह आर्य ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला एवं आपके सचिवालय में ओएसडी आदर्श कटियार से आपके केबिन में मुलाकात की। जाहिर है कि यह मुलाकात आपकी सहमति के बगैर संभव नहीं थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह कृत्य आपराधिक षडयंत्र और अपराधी को बचाने वाला है। एक हत्या के आरोपी मंत्री, जिनके खिलाफ भिंड की विशेष अदालत द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया हो, और भिंड पुलिस उन्हें खोज रही है। ऐसे आरोपी से मिलने पर क्या डीजीपी और आपके ओएसडी पर कोई कार्यवाही होगी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लाल सिंह आर्य की फरारी उनके ढूंढ़ने की नौटंकी जो आपकी पुलिस कर रही है, यह सब अदालत की आँखों में धूल झोंकने के लिए। मध्यप्रदेश के राजनीतिक इतिहास में कभी यह काला अध्याय दर्ज नहीं हुआ कि मंत्रिमंडल के सदस्य के बंगले पर गिरफ्तार करने के लिए पुलिस का छापा पड़ा हो, पर आपके नेतृत्व में 12 साल बेमिसाल में यह शर्मनाक अध्याय भी जुड़ गया। श्री सिंह ने कहा कि एक आरोपी को बचाने के लिए आप भी उतने ही दोषी हैं, जितने कि श्री लाल सिंह आर्य हैं। इसके साथ ही आपके ओएसडी और डीजीपी भी बराबर के दोषी हैं। श्री सिंह ने कहा कि संविधान की शपथ का उल्लंघन करने, एक अदालत द्वारा वांछित हत्या के आरोपी और अदालत द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के वांछित व्यक्ति को संरक्षण देने और उसे बचाने पर आपको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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