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स्व-रोजगार योजनाओं का लाभ ले रहे युवा
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को स्व-रोजगारी बनाने के लिये शुरू की गयी विभिन्न योजनाओं के सुपरिणाम सामने आने लगे हैं। प्रदेश के युवा इन योजनाओं के माध्यम से स्व-रोजगार स्थापित कर जहाँ स्वयं अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं, वहीं कई अन्य कुशल युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं। कुछ सफल उद्यमियों की बात करें तो सतना के आनंद गुप्ता ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में 65 लाख रुपये का लोन लेकर राउटेड मेम्ब्रेन डोर का निर्माण शुरू किया। उनकी कम्पनी मेसर्स श्याम नेट सलुशन 9 लोगों को रोजगार भी दे रही है। रायसेन की संगीता बंशकार ने मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में 5 लाख रुपये का लोन लेकर आधुनिक मशीनों से युक्त ब्यूटीपार्लर खोला। इन्हें प्रतिमाह 20 से 25 हजार रुपये की आय हो रही है। बुरहानपुर में आकाश कभी दूसरे के जिम में प्रशिक्षण देकर बमुश्किल 5-6 हजार रुपये प्रति माह कमाते थे, आज वे मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की सहायता से स्वयं का जिम स्थापित कर 25-30 हजार रुपये प्रति माह कमा रहे हैं। कटनी के ग्राम चाका के रहीम ने मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में 50 हजार रुपये का लोन लेकर चिकन सेंटर शुरू किया। रहीम अब प्रतिदिन 800 से एक हजार रुपये की कमाई कर रहे हैं। इसी तरह कटनी जिले के ही ग्राम गनियारी निवासी विपिन तिवारी ने मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना की मदद से आटा चक्की स्थापित की। इन्हें आटा चक्की के लिये 70 हजार रुपये का लोन मिला था। नीमच के दीपक चौहान की स्वरोजगारी बनने की यात्रा भी लगभग इसी तरह की है। मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में उन्हें एक लाख रुपये का लोन मिला। इससे उन्होंने परम्परागत फुटवेयर निर्माण व्यवसाय को आगे ब
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