मध्य प्रदेश भाजपा में एकबार फिर एक तीर से दो निशाने किए गए हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को साधते हुए किए गए हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है उमा-प्रहलाद के बीच रिश्तों में अंतर पैदा करने के लिए राहुल लोधी को मंत्री बनाया गया और इसका आभास राजभवन में मंत्रियों के शपथग्रहण के बाद से पटेल बंधु के प्रवास की सूचना नहीं होने से लगाया जा रहा है। भाजपा की तरह कांग्रेस में दूसरी लाइन के नेताओं को ऊपर लाने की जगह उन्हें अपना प्रतिस्पर्धी मानकर साइड लाइन करने की राजनीति देखने को मिलती रहती है। पढ़िये मंत्रिमंडल विस्तार से एक तीर से दो निशाने की रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में सेकंड लाइन को तैयार करने की जगह उसकी सीढ़ियां हटाकर गिराने का काम पिछले कुछ दशकों से जारी है। जिस तरह कांग्रेस में सेकंड लाइन के नेताओं अजय सिंह, अरुण यादव, जीतू पटवारी, उमंग सिंगार के साथ हो रहा है, वही क्रम सुव्यवस्थित संगठनात्मक ढांचे वाली पार्टी कही जाने वाली भाजपा में भी कुछ सालों से हो रहा है। सेकंड लाइन के नेताओं में कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, नरोत्तम मिश्रा के नाम लिए जाते हैं मगर इनके एक कदम आगे बढ़ते हुए उन्हें दो कदम पीछे करने का सिलसिला किसी न किसी बहाने किया जाता रहा है। इस बार निशाने पर प्रहलाद पटेल को लिया गया है। उमा को साधकर प्रहलाद पर निशाना हाल ही में मंत्रिमंडल विस्तार में एक बार के विधायक राहुल लोधी को मंत्री बनाया गया है जबकि उनसे वरिष्ठ विधायक भी भाजपा के पास थे। राहुल को मंत्री बनाने के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को साधना माना जा रहा है क्योंकि भारती सरकार को किसी न किसी बहाने समय समय पर घेरती रहती हैं। राहुल को मंत्री बनाकर सरकार ने न केवल भारती को खुश करने की कोशिश की बल्कि उनके विश्वस्त साथी प्रहलाद पर भी निशाना साधा क्योंकि प्रहलाद पटेल के अनुज जालम सिंह भाजपा के सीनियर विधायक हैं और वे मंत्री बनाए जाने की आस लगाए बैठे थे। प्रहलाद पर कुछ समय में दूसरी चोट मध्य प्रदेश में दूसरी लाइन के भाजपा नेता प्रहलाद पटेल पर कुछ समय के भीतर दूसरी बार चोट की गई है। कुछ महीने पहले जब प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की हवा चली थी तो उनके समर्थक को फंसाकर पुलिस कार्रवाई में उन्हें घेरने की कोशिश की गई थी। तब प्रहलाद पटेल ने अपने तीखे तेवर दिखाते हुए रौद्र रूप दिखाते हुए एसपी को चेतावनी देकर अप्रत्यक्ष रूप से सरकार पर हमला बोला था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उपरोक्त मामले केबाद अब इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में उनके अनुज को जगह नहीं देते हुए उमा भारती के भतीजे को मंत्री बनाकर उनकी जगह बताने की कोशिश की गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सनातन संस्कृति के 16 संस्कारों में पाणिग्रहण संस्कार का विशेष महत्व है। यह संस्कार ही परिवार परंपरा की निरंतरता का आधार बनता है। पाणिग्रहण संस्कार का संत - 28/12/2025
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्रद्धेय कुशाभाऊ ठाकरे की पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नैतिकता, आदर्श व सिद्धांतों के - 28/12/2025
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया है कि नगरीय निकाय एवं पंचायत उप निर्वाचन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। उप निर्वाचन के लिए मतदान 29 दिसंबर को होगा। सचिन राज्य निर्वा - 28/12/2025
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने रविवार को आनंद नगर स्थित मिल्खा सिंह मैदान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का - 28/12/2025
Leave a Reply