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युवा बौद्धिक एवं वैचारिक रूप से मजबूत हो: राज्यपाल
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यंग थिंकर्स कॉन्कलेव का उदघाटन करते हुए कहा कि युवा जीवन के किसी भी क्षेत्र में जाएँ उन्हें सभी क्षेत्रों में बौद्धिक एवं वैचारिक रूप से मजबूत होना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य के विचार शुद्ध, कल्याणकारी व रचनात्मक हों तथा सभी बौद्धिक रूप से प्रबुद्ध हों यह आज के समय की मांग है। हमें कुछ नया नहीं सीखना है बल्कि अपनी मूलभूत प्रकृति का पुण्य स्मरण करने की आवश्यकता है। यंग थिंकर्स कॉन्कलेव का आयोजन यंग थिंकर्स फोरम और राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारत में किसी भी समस्या का
समाधान दो विभिन्न विचारों के परस्पर संवाद व मंथन के द्वारा ही संभव हुआ है। आज जब संपूर्ण विश्व में एक वैचारिक ध्रुवीकरण की परिस्थिति उत्पन्न है, ऐसे समय में सभी विचारों के मध्य संवाद एवं विमर्श स्थापित करना भारत का मूलभूत कर्तव्य है। विश्व की सर्वाधिक युवा शक्तियों में से एक हमारा देश भारत है, जो आज भी सभी क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियाँ हासिल कर रहा है। राज्यपाल ने
कहा कि युवाओं में अनुशासन होना सबसे बड़ा गुण है। छात्र-छात्राओं को धैर्य, संयम, शांति और साहस की भी शिक्षा प्राप्त करना चाहिए। मुझे प्रसन्नता है कि इस प्रकार की पहल मध्यप्रदेश में हो रही है। उन्होंने कहा कि जब देश का युवा आत्म केन्द्रित न होकर नि:स्वार्थ भाव से चिंतन मंथन करता है तो यह एक महान वैचारिक क्रांति का सूत्रपात सिद्ध हो सकता है।
संघ प्रचारक और राज्यसभा सदस्य राकेश सिंहा ने कहा कि न थकने वाला और न हारने वाला ही युवा देश को आगे ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा देश विश्व गुरू था यही उसका स्थान है। उन्होंने कहा कि हमारे देश को भारत के रूप में देखना है तो उसी दृष्टि से अपनी विरासत का अध्ययन करें। अगर युवा भूत का अध्ययन करता और सोचता है तो भूत बनकर रह जायेगा। हमें भविष्य के लिये चिंतन करना है। विचार के प्रवाह को आगे बढ़ाना है तो युवाओं को आगे बढ़ना होगा। राष्ट्र को जाने से पहले उसके इतिहास को जानें। भारत एक विचार है उसे उसी के रूप में पहचाने। हमें अपनी सभ्यता को नहीं भूलना है। श्री सिंहा ने कहा कि दलित, अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की दीवार को मिटाना चाहिये सिर्फ गरीब के उत्थान के बारे में चर्चा करना चाहिए।
कार्यक्रम में राजीवगांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सुनील कुमार ने
स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रज्ञा प्रवाह से संपादक तथा संघ प्रचारक श्री जे.नंद कुमार, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रकाश वर्तुनिया तथा बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।
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