छिंदवाड़ा के पास एक सड़क हादसे में घायल हए व्यक्ति को मुर्दा समझकर उसे पोस्टमार्टम भेज दिया गया लेकिन जैसे उसे पोस्टमार्टम टेबल पर सांस चलती मिली। इससे लोग हतप्रभ रह गए और बाद में मृत समझे व्यक्ति को इलाज के लिए रखवा दिया गया।
कुदरत का करिश्मा कहे या डाक्टरों की लापरवाही, आज एक अजीब वाक्या छिंदवाड़ा में देखने को मिला। दुर्घटना में घायल हुए मरीज को मृत घोषित कर डॉक्टरों ने मरचुरी में भेज दिया था। जब पोस्टमार्टम करने गए डाक्टर ने साँसे चलती देखा तो घायल को मरचुरी से बाहर निकाल कर वार्ड में भर्ती किया गया, बाद में उसे इलाज के लिए नागपुर रिफर कर दिया गया ।
बताया जाता है िक रविवार की शाम हिंगलाज मन्दिर अम्बाडा के पास प्रोफेसर कालोनी छिंदवाड़ा निवासी हिमांशु भारद्वाज नामक व्यक्ति एक सड़क हादसे में घायल हो गया था। उसे घटना स्थल से प्राथमिक उपचार के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया था । हालत गंभीर होने के कारण नागपुर के न्यूरान हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन न्यूरान के डाक्टरों ने ब्रेनडेड बताकर घायल को वापस भेज दिया ।
हिमांश को मृत समझने के बाद जिंदा पाए गए परिजनों द्वारा जिला अस्पताल लाया। इस घटना की जानकारी लगने पर अस्पताल में काफी भीड़ इकठ्ठा हो गई एवं पुलिस भी पहुच चुकी थी । अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर गेडाम का कहना है की ब्रेनडेड होने के कारण साँसे रुक जाती है दोबारा वापस भी आ सकती हैं । डाक्टर अपनी लापरवाही स्वीकार करने के लिए तैयार नही है।
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