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पूर्व मंत्री व इंदौर के पूर्व महापौर सुरेश सेठ 87 साल में दिवंगत

पूर्व मंत्री और इंदौर के पूर्व महापौर शेर एक इंदौर सुरेश सेठ 87 साल की उम्र में गुरुवार को दिवंगत हो गए। उनकी शवयात्रा शुक्रवार की दोपहर दो बजे निकाली जाएगी। सेठ राजनीति के साथ पत्रकारिता से भी जुड़े थे और उन्होंने इंदौर समाचार नाम से अखबार भी निकाला जो कई सालों तक चर्चित समाचार पत्रों में से एक रहा। सुरेश सेठ उन विधायकों में से एक रहे जिन्होंने सदन में हमेशा अपने मुद्दों को उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एकबार वे विधानसभा तक हाथी की सवारी कर पहुंचे थे। उऩके जैसी दहाड़ वाला नेता इंदौर में आज तक नहीं आया। सेठ साहब के निधन की खबर जब आई तो इंदौर शहर में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार तिलकनगर स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा।
सुरेश सेठ महापौर से मंत्री तक पहुंचे
इंदौर नगर निगम में महापौर के साथ वे कांग्रेस सरकार के समय स्वायत्त शासन मंत्री भी रहे। इंदौर के लता अलंकरण समारोह को ले लें या चुरहट लॉटरी कांड या फिर खेल प्रशाल का मामला, हर मुद्दे पर वे अपने बल पर विरोध करते रहे। विष्णुप्रसाद शुक्ला (बड़े भैया) को चुनाव में हराने के बाद सेठ का दबदबा और बढ़ गया। मगर साढ़े तीन दशक पहले उनके समर्थक प्रत्याशी जब सेठ के वार्ड से ही चुनाव हार गए तो राजनीतिक रूप से कमजोर पड़ गए।
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