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दुनिया
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नीमच जिले में 4,209 गरीबों को मिले घर
ना के तहत नीमच जिले में 4,209 गरीब परिवारों को नि:शुल्क पक्का मकान मिल जाने से अब ये परिवार जंगली जानवरों, सांप, बिच्छु, कीड़े-मकोडों से सुरक्षित हो गए हैं। इन पक्के मकानों में शौचालय सुविधा होने से अब इन परिवारों को खुले में शौच से भी मुक्ति मिल गई है।नीमच जिले की जावद जनपद क्षेत्र की 76 ग्राम पंचायतों में अब तक एक हजार 574 गरीब परिवारों को पक्के मकान बनाकर दिये गये हैं। जावद क्षेत्र की ग्राम पंचायत बधवा में 80, बावलनई 54, धानगॉव 34, ताल 46 एवं तुम्बा 54 में 38 गरीब परिवारों को पक्के मकान प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत मिल गये हैं। मनासा जनपद क्षेत्र की 98 ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत अब तक एक हजार 742 गरीब परिवार अपने पक्के मकान के मालिक बन गए हैं। ग्राम पंचायत अल्हेड में 36, आंत्री बुजुर्ग 50, बारवाडिया 30, बखतुनी 25, बरथून 23, भदाना 27, बेसला 18, भदवास 30, भमेसर 35, भाटखेडी बुजुर्ग 27, डायली 26, देवरान 32, धाकडखेडी 33, ढोढर ब्लॉक 28, फोफलिया 32, हनमतंतिया 33, कचौली 28, कंजार्डा 63, खजुरी 38, कुण्डवासा 32, लसुडिया आंत्री 43, मजिरिया 35, पलासिया 33, पडदा 38, पिपलिया हाडी 42, रावतपुरा 27 एवं ग्राम पंचायत सोनडी में 25 गरीब परिवार अपने स्वयं के पक्के मकान के मालिक बन गए हैं। इसी तरह, नीमच जनपद क्षेत्र की 66 ग्राम पंचायतों में अब तक 893 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। क्षेत्र की ग्राम पंचायत अडमालिया में 34, अरनिया बोराना 22, बामनबर्डी 21, चीताखेड़ा 32,छांयन 29, दारू 29, दुदरसी 23, डुंगलावदा 26, कराकिडया महारजा 32, कुचडौद 26, रेवली-देवली 24, सावन 25, सेमली मेवाड 27 एवं ग्राम पंचायत थडोली में 30 परिवारों को अपने स्वयं के पक्के मकान का मालिकाना हक मिल गया है। पक्का मकान मिलने से खुश है कचरू भील : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान पाकर नीमच जिले की जावद तहसील के ग्राम आलोरी निवासी कचरूमल भील बेहद खुश हैं। कचरूमल भील जन्म से ही दृष्टि बाधित हैं। माता-पिता का साया बचपन में ही उठ गया था। वह गांव के सार्वजनिक मंदिर में भजन-कीर्तन कर वहीं मंदिर परिसर में रात गुजारने को मजबूर रहते थे। ऐसे में ग्राम पंचायत आलोरी द्वारा कचरूमल भील को आवास निर्माण के लिए आवासीय भू-खंड उपलब्ध करवाया गया। प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत एक लाख 20 हजार की सहायता राशि आवास निर्माण के लिए स्वीकृत कर, पंचायत के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी देख-रेख में दृष्टि बाधित आदिवासी कचरूमल भील के लिए पक्के मकान का निर्माण कार्य पूर्ण करवाया। मनरेगा के अन्तर्गत 90 दिवस की मजदूरी 15 हजार 480 रुपये भी कचरूमल को मिली। बुढ़ापे में नौजीबाई को मिला अपना घर: जिले की जनपद जावद की ग्राम पंचायत बराडा निवासी 70 वर्षीय नौजीबाई बावरी कच्चे कवेलूपोश मकान में जीवन व्यतीत कर रही थी। उसकी आजीविका का जरिया कृषि मजदूरी एवं वृद्धावस्था पेंशन ही था। वृद्धावस्थ में अपना स्वयं का पक्के मकान का निर्माण होते देख नौजीबाई बहुत खुश हुई। नौजीबाई के पुत्र वयस्क होते ही अपने-अपने परिवार के साथ अलग रहने लगे थे। जैसे ही नौजीबाई का पक्का मकान बन कर तैयार हो गया, तो वो भी अब नौजीबाई की पूछ-परख करने लगे।
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