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दिव्यांग महिला से बदसलूकी करने वाले अफसरों पर एफआईआर की मांग
आम आदमी पार्टी की भोपाल जिला ईकाई ने गुरुवार को एमपी नगर थाने जाकर इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी) में दिव्यांग महिला के साथ बदसलूकी के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक के नाम एमपी नगर थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के भोपाल जिला संयोजक और लोकसभा प्रभारी अवधेश पुरोहित ने कहा कि एक ओर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार दिव्यांगों के नाम पर बड़े-बड़े कार्यक्रम कर रही है। करोड़ों रुपए विज्ञापन पर खर्च किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भोपाल में एक दिव्यांग महिला से आईओसी के अधिकारी बदसलूकी करते हैं और उसका मजाक उड़ाते है जिसके कारण वह ब्रैन हैमरेज का शिकार हुई और अब आईसीयू में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है।
क्या है मामला
पूनम श्रोती पुत्री श्री राजेंद्र प्रसाद श्रोती, निवासी सी सेक्टर साकेत नगर, भोपाल एक दिव्यांग महिला हैं। उन्होंने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) की ओर से दिनांक 29 अगस्त 2017 को गैस एजेंसी हेतु निकाले गए विज्ञापन के तहत टीकमगढ़ ग्राम पंचायत अस्तौन खास के लिए आवेदन किया था। आईओसी ने इस विज्ञापन के संबंध में 26 लोगों को प्राथमिक तौर आवेदन हेतु पात्र पाया था। इनमें प्रार्थी पूनम श्रोती का नाम भी शामिल था। लॉटरी से निकाले गए ड्रा में भी प्रार्थी पूनम श्रोती का नाम आया था। इसके बाद आईओसी की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए प्रार्थी से तय शुल्क और संबंधित कागजात भी जमा कराए गए।
आईओसी की लापरवाही
29 जनवरी 2018 को बिना किसी पूर्व सूचना के पूनम श्रोती जी की डिस्ट्रीब्यूटरशिप निरस्त कर दी गई। इसके बाद पूनम जी अपने भाई के साथ संबंधित अधिकारी इंडियन ऑयल के जनरल मैनेजर (एलपीजी डिस्ट्रीब्यूशन विभाग) श्री विजय कुमार जी और एरिया मैनेजर सुकल साई जी से मिलीं। इस दौरान उक्त अधिकारियों ने पूनम जी के दिव्यांग होने पर अभद्र टिप्पणी की गई और शारीरिक बुनाबट का मजाक उड़ाया गया। इसके बाद उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया गया। इससे पूनम जी मानसिक रूप से तनाव में थीं। इसी तनाव के चलते 6 फरवरी 2018 को उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया और वह कोमा में चली गईं। फिलहाल वे भोपाल स्थित बंसल अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी और मौत से लड़ रही हैं।
अदालती कार्रवाई की चेतावनी
आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि दिव्यांग महिला को मौत के मुंह में धकेलने वाले दोषी अधिकारियों विजय कुमार और सुकल साई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को सजा दिलाई जाए। अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो पार्टी आईओसी के खिलाफ अदालती कार्रवाई करेगी।
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