दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, खास तौर पर यह रावण पर भगवान राम की विजय का जश्न मनाने का समय है, और यह भारतीय समाज में सांस्कृतिक और नैतिक महत्व रखता है। सोनी सब शो के लोकप्रिय कलाकार सेट पर अपने अनुभव और बहुत कुछ बताते हुए, नवरात्रि पर अपनी आस्था को व्यक्त करते हैं।
सोनी सब के पुष्पा इम्पॉसिबल में पुष्पा की भूमिका निभाने वाली करुणा पांडे ने कहा,
“दशहरा याद दिलाता है कि अंत में अच्छाई की हमेशा बुराई पर जीत होती है। यह मेरे दिल को उम्मीद और ताकत से भर देता है, बिल्कुल ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में मेरे किरदार पुष्पा की तरह। वह सभी बाधाओं से लड़ती है, सामाजिक मानदंडों का उल्लंघन करती है, और एक स्वतंत्र महिला बनने की कोशिश करती है। पुष्पा की कहानी इस तथ्य का प्रमाण है कि चाहे यात्रा कितनी भी कठिन क्यों न हो, लेकिन सफलता हमेशा पाई जा सकती है। आइए हम दशहरा मनाते हुए याद रखें, कि हम अपने सपनों को कभी न छोड़ें और हमेशा अच्छाई की शक्ति पर भरोसा रखें।”
सोनी सब के वंशज में, युविका महाजन की भूमिका निभाने वाली अंजलि तत्रारी ने कहा,
“मेरे लिए, हमेशा से दशहरा में रामलीला देखना खास रहा है। इससे मेरे बचपन की बहुत सारी यादें ताज़ा हो जाती हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसी तरह वंशज में मेरा किरदार युविका अपने पिता प्रेमराज के हत्यारे के पीछे की सच्चाई को उजागर करने के लिए एक लंबी और चुनौतीपूर्ण लड़ाई लड़ रही है। युविका की तरह, मैं भी, जो सही है उसके लिए लड़ने में विश्वास करती हूं। न्याय पाने के लिए, युविका का दृढ़ संकल्प उसे एक असाधारण किरदार बनाता है, और मुझे उम्मीद है कि वह हम सभी को विपरीत परिस्थितियों के सामने कभी भी हार न मानने के लिए प्रेरित करेगी। आइए उम्मीद करते हैं कि वह साथ मिलकर रावण से लड़ सके और सच्चाई को उजागर कर सके!”
सोनी सब के वंशज में भानु प्रताप महाजन की भूमिका निभाने वाले पुनीत इस्सर ने कहा,
“दशहरा मेरे लिए बस एक त्योहार नहीं है बल्कि एक ऐसी चीज़ है जिससे मैं गहराई से जुड़ा हूं। राम लीला में रावण और वंशज में भानुप्रताप दोनों का किरदार निभाना एक मार्मिक अनुभव रहा है, जिसने मेरे मन को और भी समृद्ध बनाया है। इन विपरीत भूमिकाओं को निभाकर, मैंने सीखा है कि किसी किरदार की गहराई उनकी जटिलताओं को समझने में निहित है, चाहे वह बुराई हो या अच्छाई। इसने मानवता के विभिन्न पहलुओं को समझने के मूल्य और कला व जीवन दोनों में अखंडता के महत्व पर ज़ोर देते हुए, मेरी कलात्मक सीमा का विस्तार किया है और मुझे अधिक सहानुभूतिपूर्ण और सैद्धांतिक बना दिया है।”
सोनी सब के पुष्पा इम्पॉसिबल में जुगल सीतलवाड़ की भूमिका निभाने वाले अंशुल त्रिवेदी ने कहा,
“दशहरा सफलता और जीत का जश्न है, पुष्पा इम्पॉसिबल में बिल्कुल मेरी यात्रा की तरह ही। मेरा किरदार, जुगल, हमें याद दिलाता है कि सबसे गलत समझे जाने वाले व्यक्तियों में भी अच्छाई होती है। दशहरा देवताओं की पूजा करने और आशीर्वाद लेने का समय है। मंदिरों में जाकर और हर साल भगवान राम की दिव्य जीत का सम्मान करने के लिए धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने से, मैं अपनी आध्यात्मिकता और भक्ति से अधिक जुड़ा हुआ महसूस करता हूं।”
सोनी सब के ध्रुव तारा – समय सदी से परे में ध्रुव की भूमिका निभाने वाले ईशान धवन ने कहा,
“बचपन में, दशहरा के त्यौहार के दौरान जब मैं रावण के विशाल पुतलों को देखता था, तो यह मुझे हमेशा उत्साह से भर देता था। उसे जलाए जाने के दृश्य ने मुझे आशा दी कि जीत हमेशा मिलेगी, चाहे संघर्ष कितना भी कठिन क्यों न हो। दशहरा वास्तव में एक शुभ अवसर है, जो आतिशबाजी के रोमांचक शोर से और भी अधिक सार्थक हो जाता है। जैसे दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, ध्रुव तारा में मेरे किरदार ध्रुव ने भी बार-बार दिखाया है कि चुनौती कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अच्छाई और दृढ़निश्चय की रोशनी सबसे अंधेरी ताकतों पर भी विजय पा सकती है।”
वंशज, पुष्पा इम्पॉसिबल और ध्रुव तारा को केवल सोनी सब पर देखते रहें
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