चुनाव के लिए नौकरी से इस्तीफा देने वाली एसडीएम छतरपुर इस्तीफा स्वीकार नहीं करने के खिलाफ न्याय यात्रा पर शुक्रवार रात सारणी पहुंची। सारणी पहुंचने के पहले उन्होंने रास्ते लोगों से मुलाकात कर समर्थन मांगा। आंबेडकर प्रतिमा पर पहुंचकर जय भीम के नारे लगाते हुए उन्होंने शासन के अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया। पढ़िये रिपोर्ट।
राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी छतरपुर एसडीएम निशा बांगरे नौकरी से इस्तीफा देने के बाद राज्य शासन द्वारा उसे स्वीकार नहीं करने से नाराज हैं। वे चुनाव लड़ना चाहती हैं तो नौकरी से इस्तीफा देना चाह रही हैं और इस्तीफा स्वीकार नहीं होने पर वे हाईकोर्ट तक जा चुकी हैं। मगर इसके बाद भी इस्तीफा स्वीकार नहीं होने की वजह से गुरुवार को आमला से भोपाल की न्याय यात्रा पर पैदल चल पड़ी हैं। शुक्रवार को वे सारण पहुंची जहां जयस्तम्भ चौक मे सार्वजनिक मंच पर रात्रि विश्राम किया। बांगरे का आरोप है कि उनकी यात्रा को पुलिस व प्रशासन द्वारा रोकने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि आमला से सारणी तक उनकी यात्रा को लोगों द्वारा स्वागत भी किया जा रहा है और वे भी रास्ते में लोगों से मिलकर समर्थन मांग रही हैं। वहीं, उनके मामा आमला में भांजी के इस्तीफा को स्वीकार कराने के लिए अनशन पर बैठे हैं।
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