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एक और IFS अनियमितता-महिला प्रताड़ना में फंसेंगे, खरीदी बैन दवाई, जांच शुरू, रिपोर्ट इसी सप्ताह

मध्य प्रदेश में आईएफएस का ट्रैक रिकॉर्ड दूसरी अखिल भारतीय सेवा से खराब रहा है और कोई न कोई आईएफएस अधिकारी हर साल किसी न किसी अनियमितता या महिला संबंधी आरोपों के कटघरे में फंसता रहा है। इस बार एक डीएफओ इसके घेरे में आते नजर आ रहे हैं। अनूपपुर के डीएफओ के खिलाफ बैन दवाइयां खरीदने, महिला प्रताड़ना के आरोप हैं जिनकी जांच में बयान भी दर्ज हो गए हैं। कुछ समय पहले ही एक सीनियर आईएफएस अधिकारी मोहन मीणा को महिला की प्रताड़ना के मामले में निलंबन का सामना भी करना पड़ा था। पढ़िये घटना की पूरी रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले अनूपपुर के डीएफओ सुशील प्रजापति पर उपरोक्त आरोप लगे हैं। इनकी शिकायत मुख्यालय में पहुंची थी और उसकी जांच के लिए वन संरक्षक शैलेंद्र कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बना दी गई। कमेटी को सात दिन में जांच का जिम्मा सौंपा गया था तो वे आज गणेश चतुर्थी होने के बाद भी अनूपपुर में मामले की जांच करने पहुंच गए।
संबंधितों के मंगलवार को बयान हुए
वन संरक्षक शैलेंद्र कुमार गुप्ता की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी ने मंगलवार को अनूपपुर में मामले को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। सूत्रों ने बताया कि महिला प्रताड़ना की शिकायत करने वाली महिला ने डीएफओ के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोप लगाए हैं जो उसने अपने बयानों में भी लिखाया है। अनियमितता के आरोपों में एक एसडीओ समेत अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर प्रतिबंधित दवाओं तथा अन्य सामग्रियों की खरीदी में नियमों की अनदेखी करने के आरोप भी लगाए गए हैं।
प्रतिबंधित क्लोरोपायरीफॉस दवा खरीदी
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार ने क्लोरोपायरीफॉस दवा खरीदने पर प्रतिबंध लगाया है जबकि अनूपपुर डीएफओ ने कैंपा फंड वनीकरण क्षतिपूर्ति के तहत यह दवाई खरीदी है। खरीदी गई दवाइयों का भुगतान वन मंडल के वन परिक्षेत्राधिकारियों ने एमपी स्टेट कार्पोरेशन कंज्यूमर फेडरेशन लिमिटेड सागर को लगभग 15 लाख का भुगतान किया गया। अर्बन रोपण, जल ग्रहण, मिश्रित रोपण में इन दवाईयों का उपयोग किया जाना था। वनमंडलाधिकारी अनूपपुर ने श्याम ट्रेडर्स शहडोल से 9 लाख 81 हजार 374 रुपये का सामान खरीदा और खरीदे गये सामानों में ब्लोवर बीआर 6007 नग, फायर सूट थ्री लेयर 14नग, सेफ्टी जूते 35 नग, सेफ्टी हेल्मेट 15 नग, फायर बैटरी 50 नग, सेफ्टी ग्लोवर 70 नग खरीदे गए।
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