अजा-अजजा वर्गों पर 3-4 फरवरी को सेमीनार

‘अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्गों के प्रति संवेदनशीलता विषय’ पर आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में 3-4 फरवरी को संयुक्त प्रशिक्षण एवं सेमीनार किया जा रहा है। सेमीनार में पहली बार विशेष रूप से लोक अभियोजकों को आमंत्रित किया गया है, ताकि अधिकारियों की कार्य-दक्षता एवं सजायाबी का प्रतिशत बढ़ाने के संबंध में प्रतिभागियों को विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।दो दिवसीय सेमीनार में प्रथम दिवस प्रमुख सचिव अनुसूचित जनजातिविकास श्री एस.एन. मिश्रा प्रात: 10.30 बजे सेमीनार का शुभारंभ करेंगे। पूर्वान्ह 11.15 से 12 बजे तक विधि अधिकारी (अजाक) पुलिस मुख्यालय श्री विजय बंसल द्वारा ‘अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधित अधिनियम-2015’ की जानकारी दी जाएगी। दोपहर 12 से 12.45 बजे सेवानिवृत्त संयुक्त संचालक अभियोजन एसके खरे ‘अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम संबंधी मामलों में अभियोजन की चुनौतियाँ एवं समाधान’ पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 12.45 से 1.30 बजे बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर  एसएन चौधरी द्वारा ‘भारतीय समाज में अस्पृश्यता का इतिहास तथा प्रभाव एवं इसे दूर करने की दिशा में किये गये सामाजिक प्रयास’ पर व्याख्यान दिया जायेगा। दोपहर 1.30 से 2 बजे तक पैनल डिस्कशन होगा। दोपहर 2.30 से 3.30 बजे तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह भदौरिया द्वारा ‘प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने में होने वाली त्रुटियाँ तथा प्रकरण के निराकरण पर पढ़ने वाले प्रभाव’ की जानकारी दी जाएगी। अपरान्ह 3.30 से सायं 4 बजे तक सहायक पुलिस महानिरीक्षक (अजाक) अमृत मीणा द्वारा प्रतिभागियों से फीडबेक एवं सुझाव लिये जाएंगे। शाम 4.15 से 5 बजे तक उप महानिरीक्षक (अजाक) पुलिस मुख्यालय भोपाल डॉ. एमएस सिकरवार की उपस्थिति में विवेचना और पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा अपने अनुभव साझा किये जायेंगे।

दूसरे दिन 4 फरवरी को मुख्य अतिथि, न्यायमूर्ति राकेश सक्सेना, चेयरमेन मध्यप्रदेश स्टेट उपभोक्ता आयोग की उपस्थिति में सुबह 10.30 बजे सेमीनार प्रारंभ होगा। पूर्वान्ह 11.15 से 12 बजे तक न्यायमूर्ति राकेश सक्सेना द्वारा ‘फरियादी एवं साक्षियों का पक्ष विरोधी होना अभियोजन में सबसे बड़ी बाधा है’ पर जानकारी दी जाएगी। दोपहर 12 से 12.45 तक उच्च न्यायालय इंदौर खण्डपीठ के अधिवक्ता अनिल त्रिवेदी द्वारा ‘भारतीय समाज में जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम का समाज पर प्रभाव’ व्याख्यान दिया जाएगा। दोपहर 12.45 से 1.30 बजे तक पीपुल्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड रिसर्च, पीपुल्स यूनिवर्सिटी भोपाल की प्रोफेसर डॉ. असमा रिजवान द्वारा ‘त्वरित गति से बदलते समाज में पुलिस की चुनौतियाँ: सामाजिक बहिष्कार एवं जाति के आधार पर होने वाले अत्याचार के विशेष संदर्भ में’ व्याख्यान दिया जाएगा। दोपहर 1.30 से 2 बजे तक पैनल चर्चा होगी। दोपहर 2.30 से 3.30 बजे तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अजाक) प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव डाक्यूमेन्ट्री प्रस्तुत करेंगी। अपरान्ह 3.30 से 4 बजे तक सहायक पुलिस महानिरीक्षक (अजाक) अमृत मीणा द्वारा फीडबेक एवं सुझाव लिये जायेंगे। सेमीनार का समापन शाम 4 से 5 बजे की अवधि में महाधिवक्ता, उच्च न्यायालय, जबलपुर पुरूषेन्द्र कौरव तथा पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला की उपस्थिति में होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Khabar News | MP Breaking News | MP Khel Samachar | Latest News in Hindi Bhopal | Bhopal News In Hindi | Bhopal News Headlines | Bhopal Breaking News | Bhopal Khel Samachar | MP News Today