भोपाल में नवरात्रि के दौरान कन्या भोज के बहाने जिन दो मासूम बच्चियों का अपहरण किया गया था, वह एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह की हरकत थी। दिल्ली में एक दाई गिरोह की सरगना निकली जिसके पास तीन साल एक और बच्ची मिली है। अब तक गिरोह द्वारा अपह्रत किए गए पांच बच्चों के बारे में खुलासा हो चुका है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में मानव तस्करी के बड़ा गिरोह सक्रिय था और इसका पर्दाफाश अब धीरे-धीरे हो रहा है। भोपाल में नवरात्रि के दौरान 21 अक्टूबर को सबसे व्यस्ततम इलाके सोमवारा के देवी मंदिर के पास से दो मासूम बच्च्यिों आठ साल की काजल व 11 महीने की दीपावली का दो लड़कियों ने कन्या भोज में ले जाने के बहाने अपहरण किया था। मगर इन बच्चियों के बारे में सीसीटीवी कैमरों ने जल्दी राज उगल दिए और अपहरण करने वाली लड़कियों के साथ भोपाल में सक्रिय इस गिरोह के सदस्यों तक पुलिस पहुंच गई। अब तक गिरोह के पांच सदस्य जिनमें अर्चना सैनी, निशांत रामास्वामी, सूरज और मुस्कान शामिल थे, उनकी सरगना दिल्ली की शक्ति देवी उर्फ सीमा की गिरफ्तारी हो गई है।
दाई बनी महिला डॉक्टर चला रही गिरोह
शक्ति देवी उर्फ सीमा दाई का काम करती थी और इसके सहारे ही वह कई नर्सिंग होम में डिलीवरी के दौरान गर्भवती महिलाओं तक पहुंचती थी। उसके पास से भोपाल की क्राइम ब्रांच को एक और बच्ची मिली है जिसकी उम्र तीन साल की बताई जाती है। शक्ति देवी को भोपाल पुलिस हिरासत में लेकर भोपाल आ गई है और उसके मोबाइल के कॉल डिटेल तलाश कर रही है जिससे गिरोह के संपर्क के लोगों तक पहुंचकर उसके द्वारा बेचे गए बच्चों व उनके सदस्यों तक पहुंचा जा सके।
एंजल-अकीरो के माता पिता की तलाश
यहां उल्लेखनीय है कि अब तक गिरोह के पास से सोमवारा से अपह्रत दो बच्चियों के अलावा पांच बच्चे मिल चुके हैं। काजल व दीपावली के माता पिता तो मिल गए हैं लेकिन भोपाल में गिरोह से मिली बच्चियों एंजल व अकीरो के माता पिता का पता नहीं चल पा रहा है। अब शक्ति देवी उर्फ सीमा से मिली बच्ची के माता पिता की भी पुलिस को तलाश करना है।
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