मध्य प्रदेश विधानसभा में आज प्रमुख विपक्षी दल सत्ताधारी भाजपा पर हावी हो गया। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिए जाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा निशाने पर आ गए। विपक्ष की तरफ किताब फेंके जाने पर मिश्रा पर भड़का विपक्ष तो पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा नियमावली संबंधी किताब को फाड़े जाने से अब सत्ता पक्ष के टारगेट पर आ गए हैं। दस दिन की छुट्टी के बाद 13 मार्च को जब फिर से बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होगी तब सदन में दोनों पक्ष आमने-सामने आएंगे। पढ़िये क्या हो सकता है स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का और नरोत्तम मिश्रा-सज्जन सिंह वर्मा पर कैसे पड़ सकता उनका अमर्यादित व्यवहार भारी।
मध्य प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र की आगामी कार्यवाही तक के लिए निलंबित किए जाने के स्पीकर गिरीश गौतम के फैसले के खिलाफ आज कांग्रेस विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के साथ अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा सचिवालय को सौंपा। इसके बाद कांग्रेस सदस्य सदन में पहुंचे और वहां हंगामे से सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और उनके बीच खड़े एक विधानसभा कर्मचारी को हटाने के लिए झटके से हाथ घुमाया। उनके हाथ में भारत के संविधान की एक किताब थी जो झटके से हाथ घुमाते समय नेता प्रतिपक्ष की तरफ फिंकी तो विपक्षी विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री मिश्रा के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया।
कांग्रेस ने संसदीय कार्य मंत्री के निलंबन की मांग की
किताब फेंके जाने की घटना को कांग्रेस विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री की गुंडागर्दी बताया और गर्भगृह में पहुंच गए। उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसे उनकी लोकतंत्र की हत्या, बाबा साहब आंबेडकर का अपमान बताते हुए विधायकों ने आसंदी के सामने पहुंचकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री व विधायकों ने घटना पर सफाई दी कि किताब फेंकी नहीं थी बल्कि छिटक गई थी। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस पर खेद भी व्यक्त किया लेकिन कांग्रेस विधायकों की निलंबन की मांग के समर्थन में गर्भगृह में नारेबाजी जारी रही। कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। मगर दोबारा जब कार्यवाही शुरू हुई तो भी कांग्रेस विधायक मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निलंबन की मांग पर अड़े रहे तो आज की कार्यसूची में शामिल कामकाज को आसंदी ने जल्दी-जल्दी निपटाकर कार्यवाही को 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया।
संसदीय कार्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना
सदन में संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के हाथों से किताब विपक्ष की तरफ फेंके जाने की कथित घटना पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने विधानसभा सचिवालय को विशेषाधिकार हनन की सूचना सौंपी। इसमें नियम 164-165 के तहत यह सूचना दी है। इसे संसदीय कार्य मंत्री की असंसदीय आचरण बताया और कहा कि विधानसभा के इतिहास में नेता प्रतिपक्ष के ऊपर इस प्रकार का हमला किया जाना अत्यंत अपमानजनक घटना है। नेता प्रतिपक्ष ने इस पर तत्काल कार्यवाही की मांग की है।
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