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मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में 16 आईपीएस का रिटायरमेंट होगा जिसमें महानिदेशक स्तर के तीन और छह अतिरिक्त महानिदेशक स्तर के अधिकारियों की सेवानिवृत्ति है। कैडर के पैरामिड में ऊपर असंतुलन की स्थिति इस साल कुछ बैलेंस बन सकता है। महानिदेशक स्तर पर 1989 बैच और एडीजी के लिए 1999 को पूरा मौका मिलने के बाद प्रमोशन में इनके अगले बैच की शुरूआत हो सकती है।
मध्य प्रदेश पुलिस के आईपीएस कैडर में इस समय चार बैच के 13 महानिदेशक स्तर के अधिकारी हैं जिनमें से 1988 बैच के एसएल थाउसन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। वे डीजी सीआरपीएफ हैं। वहीं एडीजी स्तर के नौ बैच के 55 अधिकारी हैं जिनमें से 12 केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। महानिदेशक स्तर के तीन अधिकारी इस साल रिटायर हो रहे हैं जिनके रिटायरमेंट के बाद 1989 बैच को बचे हुए एडीजी को महानिदेशक पद पर पदोन्नति मिलेगी। 1989 बैच में अभी चार अधिकारी राजेश चावला, सुशोभन बनर्जी, सुषमा सिंह पदोन्नति से बचे हैं। फऱवरी में मंगलम के रिटायरमेंट के बाद चावला को मौका मिलेगा लेकिन बनर्जी जुलाई में रिटायर होने वाले और उन्हें अगर चावला के साथ या जुलाई के पहले पदोन्नति दी जाती है तो ही वे डीजी बनकर रिटायर हो पाएंगे, अन्यथा वे अपने बैच के जीआर मीणा की तरह एडीजी से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। जुलाई में पवन जैन व मुकेश जैन के रिटायरमेंट पर सुषमा सिंह को पदोन्नति मिल जाएगा और इसके अलावा 1990 बैच के डॉ. एसडब्ल्यू नकवी को भी प्रमोशन मिल सकता है। नकवी अगस्त में रिटायर होने वाले हैं। इस तरह उन्हें एक महीने डीजी पद का वेतनमान मिल जाएगा।
आईजी पदों के संतुलन को बनाने का मौका
वर्ष 2023 में राज्य शासन को पुलिस महकमे में एडीजी पदों पर ज्यादा अधिकारियों की संख्या को नियंत्रित करने का मौका मिलेगा क्योंकि छह एडीजी रिटायर हो रहे हैं और पदोन्नति की अगली कड़ी में 1999 बैच में तीन अधिकारी ही हैं। 1999 बैच के दो अधिकारी इस समय आईजी हैं तो एक निरंजन वायंगणकर डीआईजी हैं। ऐसे में चार आईजी अधिकारी शासन के पास 2022 की तुलना में ज्यादा उपलब्ध रहेंगे।
ये अधिकारी 2023 में हो रहे रिटायर
फरवरी में 1988 बैच के विशेष महानिदेशक अन्वेष मंगलम, मार्च में 1990 बैच के एडीजी केटी वाइफे व 2006 बैच के डीआईजी एमएल छारी, अप्रैल में 1996 बैच के ज्वाइंट डायरेक्टर आईबी बलवीर सिंह व 2002 बैच के आईजी अनिल शर्मा, मई में 2006 बैच के डीआईजी तिलक सिंह, जुलाई में 1987 बैच के होमगार्ड के डीजी पवन जैन, 1989 बैच के विशेष महानिदेशक मुकेश जैन व अतिरिक्त महानिदेशक सुशोभन बनर्जी व 2009 बैच की कमाडेंट 18वीं वाहिनी अनीता मालवीय, अगस्त में 1988 बैच के एडीजी डॉ. एसडब्ल्यू नकवी व 1992 बैच के एडीजी डी श्रीनिवास राव, सितंबर में 2006 बैच के डीआईजी अनुराग शर्मा, नवंबर महीने में 1988 बैच के सीआरपीएफ के डीजी एसएल थाउसन, दिसंबर में 1990 बैच के एडीजी विपिन माहेश्वरी, 1992 बैच के एडीजी जी जर्नादन।
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