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MP का आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 आया, प्रति व्यक्ति आय 11 साल में चार गुना बढ़ी

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण आज जारी किया गया है जिसमें बताया गया कि 2011-12 की तुलना में 2022-23 में प्रति व्यक्ति आय 38 हजार 497 रुपएसे एक लाख 40 हजार 583 पहुंच गई है। प्रचलित भाव में यह बढ़ोतरी हुई है तो स्थिर भाव में यही प्रति व्यक्ति आय 38 हजार 497 से 11 साल में 65023 रुपए तक हो गई है। आर्थिक सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के किस क्षेत्र में क्या स्थिति है, जानिये हमारे साथ।

मध्य प्रदेश का बजट बुधवार को आएगा। इसके पहले आज आर्थिक सर्वेक्षण आया है। मध्य प्रदेश में बैंकों की शाखाओं में बढ़ोतरी को सर्वेक्षण में अच्छा संकेत बताया गया और कहा गया कि इससे बैंकों के अग्रिम व जमा राशि में वृद्धि हो रही है। 2019-20 से 2022-23 के दौरान जमा राशि 13.56 और अग्रिम राशइ 16.22 फीसदी की दर से बढ़ी। ऋण और जमा राशि के अनुपात को आर्थिक सर्वेक्षण में राष्ट्रीय औसत के आसपास बताया गया है। सितंबर 2022 की स्थिति में प्रदेश में ऋण व जमा राशि अनुपात 72.66 प्रतिशत था जो राष्ट्रीय औसत 72.70 फीसदी के करीब है।
गेहूं उत्पादन दोगुना, खाद्यान्न उत्पादन में देश में सबसे आगे
आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि मध्य प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन के मामले में देश में सबसे आगे है। गेहूं उत्पादन 2013-14 की तुलना में 20-22-23 में करीब दो गुना तक पहुंच गया। 2013-14 में जहां 174.8 लाख टन गेहूं की पैदावार हुई थी तो 2022-23 में 352.7 लाख टन उत्पादन का अनुमान बताया जा रहा है। इसी तरह धान में भी उक्त अवधि में पैदावार 53.6 लाख टन से बढ़कर 131.8 लाख टन हो गई है।
छठवीं से आठवीं के बीच शाला त्यागी छात्राएं ज्यादा
आर्थिक सर्वेक्षण में यह बताया गया है कि 2021-22 में पहली से आठवीं के बीच शाला त्यागी बच्चों की संख्या 2.91 से लेकर 9.01 फीसदी तक रही है। पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं में शाला त्यागी छात्र3.24 फीसदी तो छात्राएं 2.91 प्रतिशत रहीं थीं। मगर छठवीं से आठवीं के बीच शाला त्यागी छात्राओं का प्रतिशत 9.01 फीसदी रहा तो छात्रों में से 8.63 प्रतिशत ने पढ़ाई छोड़ी।
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