कॉलेजों का जुलाई की पहली तारीख से नया सत्र शुरू हो चुका है लेकिन विद्यार्थियों के पठन-पाठन के लिए सहायक प्राध्यापकों की भर्ती अधर में लटकी है। भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी सेट परीक्षा की वजह से सहायक प्राध्यापक भर्ती को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं तो जिन अतिथि विद्वानों के भरोसे कॉलेजों की पढ़ाई टिकी है उन्होंने भी नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अब विद्यार्थियों के एडमिशन के बाद उनकी पढ़ाई का कैलेंडर गड़बड़ाने की संभावना है। पढ़िये इस पर आधारित रिपोर्ट।
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