Category Archives: आपकी आवाज, हमारी कलम

वन-राजस्व सीमा विवाद में DFO को अभयदान और SDO हुए निलंबित

वन विभाग ने सीधी वन मंडल के अंतर्गत वन-राजस्व सीमा विवाद में चुरहट न्यायालय में कमजोर पैरवी करने के मामले में एसडीओ विद्याभूषण मिश्रा को निलंबित कर दिया जबकि इस विवाद में राज्य शासन ने सीधी डीएफओ क्षितिज कुमार को ओआईसी बनाया था। चूंकि प्रकरण के शुरुआत में डीएफओ की कमजोर पैरवी के चलते चुरहट की निचली अदालत के फैसले को जिला न्यायाधीश ने खारिज कर दिया और निचली अदालत को पुन: सुनवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद जब जिला न्यायाधीश के निर्देश पर अपील हाईकोर्ट जबलपुर में करने की बारी आई तब डीएफओ कुमार ने स्वयं को कार्रवाई से बचाने के लिए एसडीओ विद्याभूषण मिश्रा को ओआईसी बना दिया। एसडीओ विद्या भूषण ने एक पंचनामा डीएफओ को प्रस्तुत किया जिससे यह साबित हो रहा था कि डीएफओ की कार्रवाई दुर्भावनावश की गई है और बस यही पंचनामा उनके निलंबन का कारण बना।

‘शाह’ के परिवारवाद की परिभाषा से बचे नेता पुत्र, अब रेस में ये नेता पुत्र-पुत्री

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के परिवारवाद की परिभाषा को परिभाषित करने के बाद अब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में यहां के नेता पुत्र और पुत्री टिकिटार्थियों की रेस में शामिल होने लगे हैं। ऐसे नेता पुत्र-पुत्री में मंत्रियों या पूर्व मंत्रियों के घर-परिवार के ज्यादा सदस्य हैं। पढ़िये रिपोर्ट।

जंगल महकमे में APCCF के कई पद खाली, धीमान, बिभास, कृष्णमूर्ति की HQ में वापसी संभव

जंगल महकमे में एपीसीसीएफ के आधा दर्जन से अधिक पद रिक्त हैं। विभाग के पास एपीसीसीएफ स्तर के अधिकारियों का टोटा है। यही वजह है कि मुख्यालय में प्रतिनियुक्ति पर विभाग से बाहर पदस्थ आयुक्त मत्स्य महासंघ पीएल धीमान, फेडरेशन में पदस्थ बिभास ठाकुर और सतपुड़ा टाइगर के फील्ड डायरेक्टर एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एल कृष्णमूर्ति की मुख्यालय में वापसी होने के संकेत मिले हैं। पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार गणेश पांडेय की रिपोर्ट।

भोपाल हुजूर में दावेदारों में नंबर की टक्कर, मखमल-डागा-विश्वकर्मा के दौरों से कांग्रेस मैदान में दिखी

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के ऐलान के पहले कुछ प्रमुख सीटों पर चुनावी समीकरण बन और बदल रहे हैं और इनमें से एक विधानसभा सीट भोपाल की हुजूर है। यहां प्रोटेम स्पीकर रहे भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा अभी तक पार्टी के संभावित प्रत्याशी हैं जिनके खिलाफ कांग्रेस नेताओं के मैदान में उतरने के पहले नंबर की होड़ लगी है। पढ़िये इस नंबर की होड़ में शामिल मखमल मीणा, जीेतेंद्र डागा और विष्णु विश्वकर्मा जैसे दावेदारों पर रिपोर्ट।

राहुल के मंत्री बनाए जाने से एक तीर से दो निशान, उमा-प्रहलाद में से एक खुश दूसरा नाराज

मध्य प्रदेश भाजपा में एकबार फिर एक तीर से दो निशाने किए गए हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को साधते हुए किए गए हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है उमा-प्रहलाद के बीच रिश्तों में अंतर पैदा करने के लिए राहुल लोधी को मंत्री बनाया गया और इसका आभास राजभवन में मंत्रियों के शपथग्रहण के बाद से पटेल बंधु के प्रवास की सूचना नहीं होने से लगाया जा रहा है। भाजपा की तरह कांग्रेस में दूसरी लाइन के नेताओं को ऊपर लाने की जगह उन्हें अपना प्रतिस्पर्धी मानकर साइड लाइन करने की राजनीति देखने को मिलती रहती है। पढ़िये मंत्रिमंडल विस्तार से एक तीर से दो निशाने की रिपोर्ट।

कमलनाथ तय नहीं करेंगे विधानसभा के भावी प्रत्याशियों का चयन, AICC के दूत की मौजूदगी में बैठक

मध्य प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय इंदिरा भवन में रविवार को कांग्रेस चुनाव समिति और कैंपेन कमेटी की पहली बैठक हुई। बैठक में इस बात की सहमति बनी कि उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया कांग्रेस की परंपरा के अनुसार ही हो। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ चाहते थे कि चुनाव समिति प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया की जिम्मेदारी के लिए उन्हें अधिकृत कर दे पर इस पर सहमति नहीं बन पाई।

जंगल में आगजनी रोकने में एमपी देश का रोल मॉडल बना, 10 हजार हेक्टेयर जंगल आग लगने से बचाया

जंगलों में आगजनी को रोकने के मामले में मप्र देश में एक रोल मॉडल बनकर उभरा है। पिछले साल की तुलना में वर्ष 2023 में करीब 10 हजार हेक्टेयर जंगल के क्षेत्र को आग लगने की घटना से बचा लिया गया है। मध्य प्रदेश की इस उपलब्धि में आईटी के अंकुर अवधिया, सतना डीएफओ विपिन पटेल, डीएफओ साहिल गर्ग व रीवा एसडीओ और आईएफएस अधिकारी ऋषि मिश्रा का विशेष योगदान रहा है। पढ़िये रिपोर्ट।

MP में दिल्ली के कांग्रेस नेता बौने साबित, बाबरिया – वासनिक के बाद जेपी भी फेल या पटरी नहीं बैठा पाए

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के आगे कुछ सालों में दिल्ली से आने वाले नेता बौने साबित हो रहे हैं।राहुल गांधी के करीबी और यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालने वाले नेताओं की पटरी मध्य प्रदेश में दिग्गज नेताओं के साथ नहीं बैठ पाई जिसके चलते छह साल में रणदीप सुरजेवाला चौथे प्रदेश प्रभारी हैं। पढ़िये रिपोर्ट।

भाजपा की पहली सूची जारी तो कांग्रेस में दिल्ली से आए नेता भोपाल में बैठ कर टटोल रहे प्रत्याशी

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस की तैयारियों में अब साफ अंतर दिखाई देने लगा है। भाजपा के मुख्य सूत्रधार भोपाल में दौरे कर नब्ज टटोलकर दिल्ली में बैठकें कर फैसले ले रहे हैं तो कांग्रेस में हाईकमान दौरे तो कर रहा है लेकिन प्रत्याशी चयन को लेकर जिनको जिम्मेदारी दी है वे दिल्ली से आकर भोपाल में बैठ कर प्रत्याशियों के लिए दूरस्थ क्षेत्रों की नब्ज टटोल रहे हैं। पार्टी के प्रदेश के नेताओं की वरिष्ठता के आगे यहां आने वाले दिल्ली के नेताओं का कद बौना साबित होने से चुनाव की तैयारियों में टकराव के हालात नजर आ रहे हैं। पढ़िये रिपोर्ट।

संत रविदास मंदिर का आज पीएम करेंगे भूमिपूजन, 11 एकड़ के परिसर में मदिर-कला संग्रहालय बनेगा

संत रविदास का मध्य प्रदेश के सागर में 11 एकड़ क्षेत्र में भव्य मंदिर बनाए जाने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमिपूजन करने आ रहे हैं। संत रविदास के 100 करोड़ की लागत से बनने वाले भव्य मंदिर में कला संग्रहालय, इंटरप्रिटेशन म्यूजियम, लायब्रेरी, संगत हॉल, कुंड, भक्त निवास, फूडकोर्ट जैसे स्थानों का निर्माण किया जा रहा है। पढ़िये रिपोर्ट।

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