बिहार में जन्मे लेकिन मध्य प्रदेश को कर्मभूमि बनाने वाले पत्रकार से सफल राजनेता तक पहुंचे प्रभात झा का शुक्रवार की सुबह निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन के समाचार के बाद उनसे जुड़ी यादों को पत्रकारों-नेताओं ने अपने-अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर शेयर किया। भाजपा के मीडिया प्रभारी रहे झा से जुड़े कुछ किस्सों व मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी निभाने के अनुभवों को प्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल से भी उन्होंने शेयर किया था जिसे एक्स पर अग्रवाल ने लिखा है। पेश है, उनके शब्दों में झा से जुड़ी कुछ यादें।
यूं तो ग्वालियर के नाते आदरणीय प्रभात झा जी से मेरा संबंध पुराना है, मेरे पिता जी के समय सदर बाज़ार स्थित निवास पर आते मैंने उन्हें कई बार देखा। निवास पर आकर पिता जी के साथ ठहाके लगाना, बातें करना और मुझे प्रेम स्वरूप आशीर्वाद देने का वह चित्र मेरी स्मृतियों में आज भी तरोताजा है! अभी कुछ दिन पहले की ही बात है मैंने और प्रभात झा जी भाईसाहब ने ग्वालियर से भोपाल का सफर ट्रेन द्वारा तय किया। यात्रा एवं खान-पान के दौरान उन्होंने कई किस्से शेयर किए…मैं बार-बार उनसे कहता कि अब आप आराम कीजिए मैं ऊपर की सीट पर चला जाता हूं…लेकिन वो कहते कि तुम्हें आराम करना है तो तुम जाओ पर मुझे चर्चा में आनंद आ रहा है। जिसके बाद निरंतर रात 8 बजे से 1 बजे तक मैंने उनके कई राजनैतिक किस्सों का आनंद लिया और इस बीच कब ग्वालियर से भोपाल आ गया पता ही नहीं चला। उस वक्त लगा नहीं था कि ये मेरा उनके साथ आखिरी सफर होगा। माननीय प्रभात जी ने जीवन में बड़ी ही कर्मठता से एक मुकाम हासिल किया। आप सदैव भारतीय जनता पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे, आपके जाने से जो रिक्तता आई है उसकी कमी कोई पूरा नहीं कर सकेगा पर आपकी स्मृतियां भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के साथ रहेंगी। पत्रकारिता का क्षेत्र हो या फिर राजनीति श्रद्धेय प्रभात जी की कुशलता और कर्मठता प्रशंसनीय है। कुशल कलमकार, मार्गदर्शक एवं सगंठनकर्ता के रूप में आपका जीवन सदैव प्रेरणादायी है। जब मैं प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त हुआ तो आदरणीय प्रभात जी भाईसाहब का फोन आया उन्होंने मुझे आशिर्वाद और निरंतर मार्गदर्शन देने का आश्वासन दिया। उसके बाद जब मैं मीडिया प्रभारी बना, तो फोन पर हंस कर बोले कि अब तो तुमसे मिलने कार्यालय आना है। जिसके बाद मैं आशीर्वाद लेने उनके निवास गया, जहां उन्होंने मुझे भविष्य की कई समझाइशें उन्होंने अपने मीडिया प्रभारी अनुभव से प्रदान की। लोकसभा चुनाव के बाद वो कार्यालय आए और किसी कारणवश में उनसे मिल नहीं पाया, जिसके बाद फोन पर हमारा वार्तालाप हुआ तो उन्होंने कहा कि तुम्हारे लिए अपना प्यार तुम्हारे कक्ष में छोड़ आया हूं। जब मैं कार्यालय आया तो देखा कि वो ये पत्र मेरे लिए कक्ष में आशीर्वाद और प्रोत्साहन स्वरूप छोड़ गए…! आप सदैव मेरी स्मृतियों में अमर रहेंगे @jhaprabhatbjp जी भाईसाहब! ॐ शांति!
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वरिष्ठ नेता श्री प्रभात झा के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्री प्रभात झा एक सजग़ जनप्रतिनिधि के साथ ही प्रख्यात लेखक और राष्ट्रवादी विचारक भी थे। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया। इनमें राज्यसभा सदस्य और मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिकाएं भी शामिल हैं। डॉ. यादव ने कहा कि उनका प्रभात जी के साथ कई वर्ष का संबंध रहा। उन्होंने एक आदर्श जीवन जिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्री झा ने अपने राजनीतिक जीवन में मीडिया के साथ आवश्यक समन्वय को हमेशा प्राथमिकता दी। वे निरंतर अध्यनन करते रहते थे। उन्होंने संगठन को सशक्त बनाने के लिए यादगार सेवाएं दीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से स्व.प्रभात झा की आत्मा की शांति और उनके परिजन, प्रशंसक और विशाल मित्र समूह को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने के लिए प्रार्थना की है।
वीडी शर्मा ने व्यक्तिगत क्षति बताया
प्रभात झा ने अपना सम्पूर्ण जीवन संगठन के लिए समर्पित कर दिया। मध्य प्रदेश संगठन के विस्तार एवं उसको सुदृण बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। समय समय पर मुझे उनका मार्गदर्शन एवं स्नेह मिलता रहा है, उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।
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