मध्य प्रदेश में पीएससी से चयनित अधिकारी को आईएफएस अवार्ड हो गया और नौकरी की सेवावधि गुजर गई जब रिटायरमेंट के तीन दिन पहले जब उन्हें प्रभार देने के आदेश जारी हुए तब उन्हें लगा कि रिकॉर्ड में उनकी जन्म तिथि को लेकर गड़बड़ है। राज्य शासन अखिल भारतीय सेवा के अफसरों में से हर साल रिटायर होने वाले अधिकारियों की सूची दिसंबर-जनवरी में जारी करती है और तब भी इस अधिकारी को अपने रिटायरमेंट के महीने का पता कैसे नहीं चला, यह सवाल खड़ा होता है। अगर यह इनकी लापरवाही है तो उन्होंने अब तक अपनी पूरी सेवाकाल में किस तरह नौकरी की होगी, यह विचारणीय प्रश्न है। आईए जानते हैं कौन हैं यह अधिकारी और अब वे जन्मतारीख त्रुटि के लिए कहां गए हैं।
मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग के माध्यम से राज्य वन सेवा में रीवा के सुरेंद्र कुमार सिंह तिवारी की 1991 में नियुक्ति हुई थी। इसके बाद उन्हें 18 जुलाई 2017 में अखिल भारतीय वन सेवा में प्रमोशन दिया गया और वे आईएफएस बन गए। अभी वे वन संरक्षक नर्मदापुरम हैं। दो दिन पहले 28 मार्च को पीसीसीएफ व वन बल प्रमुख कार्यालय से उनके लिए आदेश जारी हुआ था कि वे 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं और क्षेत्र संचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम एल कृष्णमूर्ति को उनका प्रभार लेने को कहा गया था। तब तिवारी को आश्चर्य हुआ कि उनका रिटायरमेंट तो जून के महीने में है तो उन्हें अभी से कैसे रिटायर किया जा रहा है। तब उन्होंने ताबड़तोड़ ढंग से वकीलों से सलाह लेकर केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) में याचिका लगाई और अपनी जन्म तारीख को 12 जून 1963 बताया।
मंत्री-विभाग प्रमुख से मिले मगर नहीं मिला लाभ सुरेंद्र कुमार सिंह तिवारी को जब पता चला कि उन्हें 31 मार्च को रिटायर किया जा रहा है तो बताते हैं कि वे विभाग के मंत्री कुंवर विजय शाह और विभाग प्रमुख एसीएस जेएन कंसोटिया से भी मिले थे। कंसोटिया ने देखने का आश्वासन दिया था लेकिन मंत्री ने मदद करने से बिलकुल मना कर दिया था।
तिवारी का पक्ष नहीं मिल सका
वहीं, खबरसबकी डॉट कॉम की ओर से एसकेएस तिवारी को कई बार फोन और एसएमएस किए गए लेकिन किसकी भी जवाब नहीं आया। इससे उनका इस बारे में पक्ष नहीं मिल सका है। मगर यह जरूर है कि पता चला है एसकेएस तिवारी जन्मतिथि को लेकर हाईकोर्ट में चले गए हैं।
राज्य वन सेवा के एक नवंबर 2017 के रिकॉर्ड में दर्ज जन्मतिथि
आईएफएस कैडर लिस्ट जिसमें जन्म तिथि मार्च
सवालों के घेरे में आईएफएस
पीएससी से राज्य वन सेवा में चयन के बाद कैडर लिस्ट में तिवारी की जन्म तारीख 12 मार्च 1963 ही है। वन विभाग की एक अप्रैल 2002 की स्थिति की राज्य वन सेवा की कैडर लिस्ट में उनका 168 क्रम पर नाम है जिसमें जन्म तारीख दर्ज है।
एक नवंबर 2017 की स्थिति में आईएफस पदस्थिति वाली सूची में उप वन संरक्षक (उत्पादन वन मंडल) के नौ पदों में उनका नाम है और उसमें भी तिवारी की जन्म तिथि 12 मार्च 1963 ही दर्ज है।
राज्य शासन हर साल अंतिम महीने दिसंबर या नए साल के पहले महीने जनवरी में सालभर में रिटायर हो रहे अधिकारियों की सूची जारी करती है। एसकेएस तिवारी ने उस सूची को नहीं देखा या ध्यान नहीं दिया।
राज्य शासन द्वारा सेवाकाल के दौरान अधिकारियों को अपने रिकॉर्ड में सुधार के लिए पर्याप्त अवसर देता है लेकिन इन मौकों को भी तिवारी ने ध्यान दिए बिना ही संवा दिया।
विभाग के वेबपोर्टल अखिल भारतीय वन सेवा और राज्य वन सेवा के अधिकारियों की पदक्रम सूची होती है और सवाल उठता है कि क्या तिवारी ने इसके पहले कभी सरकार के ऑन रिकॉर्ड को कभी खोलकर देखा नहीं।
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