प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ ऐसे पल होते हैं, जिसमें हम नई ऊंचाई को छूने का प्रयास करते हैं. आज मध्यरात्रि के समय हम लोग देश का भविष्य तय करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि GST सिर्फ अर्थव्यवस्था के लिए नहीं है, कुछ देर बाद ही नई व्यवस्था की शुरुआत होगी.
पीएम ने कहा कि यह रास्ता किसी एक दल की सिद्धि नहीं है, ये रास्ता किसी एक सरकार की सिद्धि नहीं है ये जीएसटी सभी लोगों के प्रयास का फल है. उन्होंने कहा कि ये वो सेंट्रल हॉल है जहां पर कई ऐतिहासिक काम हुए हैं. पीएम ने कहा कि 9 दिसबंर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक यहां पर ही हुई थी. उस समय पंडित नेहरू, अबुल कलाम आजाद, वल्लभ भाई पटेल समेत कई लोग यहां पर बैठे थे.
पीएम ने कहा कि GST के रुप में हम एक नए भारत की शुरुआत कर रहे हैं, इसके लिए सेंट्रल हॉल से अच्छी जगह कोई नहीं है. मोदी बोले कि गीता में भी 18 अध्याय थे, और जीएसटी काउंसिल की भी 18 बैठके हुईं. पीएम ने कहा कि अब पूरे देश में एक ही टैक्स लगेगा, लगभग 500 टैक्स खत्म हो रहे हैं. अब से पहले दिल्ली में कुछ और दाम रहता था, तो नोएडा में कुछ और पर अब ऐसा नहीं होगा.
26 नवंबर 1949 देश ने संविधान को स्वीकार किया. यह वही जगह है. और आज जीएसटी के रूप से बढ़कर कोई और स्थान नहीं हो सकता, इस काम के लिए. संविधान का मंथन 2 साल 11 महीने 17 दिन चला था. हिंदुस्तान के कोने कोने से विद्वान उस बहस में हिस्सा लेते थे. वाद-विवाद होते थे, राजी नाराजी होती थी.
पीएम ने कहा कि सब मिलकर बहस करते थे रास्ते खोजते थे. इस पार उस पार नहीं हो पाए तो बीच का रास्ता खोजकर चलने का प्रयास करते थे.जीएसटी टीम इंडिया का क्या परिणाम हो सकता है, यह उसके सामर्थ का परिचायक है. जीएसटी काउंसिल केंद्र और राज्य ने मिलकर, जिसने गरीबों के लिए पहले उपलब्ध सेवाओं को बरकरार रखा है. दल कोई भी हो, सरकार कोई भी गरीबों के प्रति संवेदनशीलता सबने रखी है.
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी लागू होने से ईमानदार लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा, उन्होंने कहा कि GST से कालाधन, भ्रष्टाचार खत्म होगा. ये व्यवस्था देश के गरीबों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होगी.
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