नेताओं के दबदबे को दिखाने के लिए एक दुकानदार ने अपने पड़ोस के दुकानदारों के कब्जों को गिराने के लिए ऐसा षड़यंत्र रचा कि अब वह उनके गले की हड्डी बनने वाला है। दुकानदार ने भाजपा के जिला अध्यक्ष के नाम पर एक ऐसे व्यक्ति को मोबाइल फोन लगाकर उसका परिचय जिला अध्यक्ष के रूप में कराकर दुकानों के कब्जे को रातों रात हटाया दिया। अब असली जिला अध्यक्ष अपनी साख को बचाने पुलिस की शरण में चले गए हैं जो दुकानदार से पूछताछ कर फर्जी जिला अध्यक्ष का पता लगाने का काम करेगी। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भाजपा के जिला अध्यक्ष रविंद्र यति ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण छारी को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने यह कहा है कि कोलार रोड के एक डेयरी संचालक आशीष मीणा ने उनके नाम का न केवल दुरुपयोग किया, बल्कि किसी अन्य व्यक्ति को रविंद्र यति बताकर मोबाइल फोन पर लोगों को सुनाकर धमकाया। यति ने कहा कि आशीष मीणा ने जिस व्यक्ति से कोलार रोड की अपनी डेयरी के पास के दुकानदारों के कब्जों को रातों रात तोड़ने की तथाकथित रविंद्र यति से कहलवाई। मोबाइल फोन पर रविंद्र यति बने व्यक्ति ने कहा कि वे नहीं चाहते कि उनके कब्जों से डेयरी संचालक को परेशानी हो। इसके बाद आशीष मीणा ने रात में ही सभी कब्जों को तो़ड़ दिया।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने पुलिस को सौंपा मामला
डेयरी संचालक आशीष मीणा द्वारा तथाकथित रूप से रविंद्र यति का नाम लेकर जो कृत्य किया है, उसके खिलाफ भाजपा जिला अध्यक्ष रविंद्र यति ने पुलिस कमिश्नर को सौंपे ज्ञापन में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। यानी अब पुलिस आशीष मीणा के माध्यम से यह पता लगाएगी कि दुकानदारों से जिस व्यक्ति ने रविंद्र यति बनकर बात की, वह कौन था।
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