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CM ने कमिश्नर-कलेक्टर में पांच कलेक्टरों की काम की तड़प बताई, जानिये ये कौन हैं

मध्य प्रदेश के 10 राजस्व संभाग और 52 कलेक्टरों में से पांच आईएएस अधिकारियों की कार्यप्रणाली से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेहद प्रसन्न हुए हैं। उन्होंने कांफ्रेंस में मौजूद सभी अधिकारियों से उन पांच अधिकारियों से काम करने की तड़प पैदा करने की सलाह दी है। आपको बता रहे हैं ये कौन अधिकारी हैं और सीएम चौहान ने इनके लिए क्या कहा।
विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अब बहुत कम समय बचा है और प्रदेश की भाजपा सरकार अपने कामों और सोच को जनता तक पहुंचाने के लिए मैदानी अधिकारियों में जज्बा-जुनून भरने में लगी है। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब कमिश्नर-कलेक्टर कांफ्रेंस में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे तो उनके संबोधन में यह साफ झलक दिखाई दी। चौहान ने प्रदेश के दस संभाग आयुक्तों व 52 कलेक्टरों को अपनी टीम का अहम हिस्सा बताया। उन्हें यह बताने की कोशिश की कि वे साधारण आदमी नहीं हैं और वे जनता की जिंदगी बदल सकते हैं।
कहा, इंदौर, सीहोर, डिंडौरी, बड़वानी, सिंगरौली कलेक्टरों से काम करने की तड़प पैदा करें
पांच आईएएस अफसरों से प्रभावित सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमिश्नर-कलेक्टर कांफ्रेंस में मौजूद करीब 100 अफसरों की टीम को अपने पसंदीदा पांच अफसरों की हवाला दिया। उन्होंने कहा इंदौर, सीहोर, बड़वानी (अब खरगोन), डिंडौरी और सिंगरौली कलेक्टरों में काम करने की तड़प है। अन्य सभी अधिकारियों को इन कलेक्टरों की तरह अपने में काम करने की तड़प पैदा करने की सलाह दी। कुष्ठ रोगियों के लिए बड़वानी के काम की प्रशंसा की। सिंगरौली-टीकमगढ़ के भू अधिकार योजना क्रियान्वयन को सराहा।
जानें सीएम के पसंद के पांच आईएएस अधिकारी के बारे में
डॉ. इलैया राजा– भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2009 बैच के अधिकारी इलैया राजा तमिल भाषी हैं जिन्होंने प्रोबेशन पीरियड में हिंदी सीखी और आज फर्राटेदार हिंदी बोलते हैं। वे विंध्य, महाकौशल के बाद मालवा में कलेक्टर बनाए गए हैं और उन्हें जब भी किसी जिले से स्थानांतरित किया गया तो आम जनमानस में निराशा ही हुई है। भिंड में तो लोगों ने तबादले के विरोध में प्रदर्शन तक किया था।
प्रवीण सिंह अढायच- कलेक्टर सीहोर हैं जो भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2012 के युवा अधिकारी हैं। राजस्थान के मूल निवासी प्रवीण सिंह 35 साल के हैं और बुरहानपुर में उन्होंने नल जल योजना में अच्छा काम किया था। उनके काम से सीएम चौहान ऐसे प्रभावित हुए कि उन्हें अपने गृह जिले सीहोर में दो महीने पहले ले आए और कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी।
शिवराज सिंह वर्मा- राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नति पाने वाले वर्मा को 2011 बैच आवंटित हुआ है। वे अब तक बड़वानी कलेक्टर थे और दो दिन पहले ही कलेक्टर खरगोन बनाए गए हैं। कहा जाता है कि वर्मा सीएम के विश्वासपात्र अधिकारियों में से एक हैं और ढाई साल बड़वानी कलेक्टर के रूप में उन्हें रखा गया।
विकास मिश्रा– राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नति पाने वाले अधिकारी हैं जिन्हें 2013 बैच आवंटित हुआ है। मिश्रा की कार्यप्रणाली से मुख्यमंत्री इतने प्रभावित हुए हैं कि उन्होंने प्रवास के दौरान जब निवाड़ी कलेक्टर तरुण भटनागर को मंच से हटाने का ऐलान किया था तो डिंडौरी कलेक्टर के काम की तारीफ भी की थी।
अरुण कुमार परमारः– राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत हुए परमार 2012 बैच के अधिकारी हैं। सिंगरौली कलेक्टर के रूप में उन्हें दो महीने पहले ही सरकार ने भेजा और सीएम ने उनके काम से भी बेहद प्रभावित हैं।
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