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CM चेहरे की कंट्रोवर्सीः JP के दूत बनकर अरुण के घर पहुंचे कुलदीप

मध्य प्रदेश कांग्रेस में मुख्यमंत्री चेहरे की कंट्रोवर्सी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की बयानबाजी से प्रदेश की सियासत में गर्मागर्मी के माहौल अभी पूरी तरह से शांत नहीं हो पा रहा है। इस बीच आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जयप्रकाश अग्रवाल के दूत बनाकर सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा अरुण यादव के घर पहुंचे। बंद कमरे में चर्चा के बाद दोनों नेताओं की बॉडीलेंग्वेज से मामला फिलहाल ठंडा होता नजर नहीं आ रहा है।
विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर छिड़ी बहस में फंसे कमलनाथ, यादव, अजय सिंह के बीच पूर्व मंत्री वर्मा के गुरुवार को आए बयान से नया मोड़ आ गया है। कमलनाथ समर्थक वर्मा द्वारा अरुण-अजय सिंह की आपस में तुलना भी कर दी गई और उनके अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिए जाने से कांग्रेस के राजनीतिक माहौल में गर्माहट बढ़ा दी है। वर्मा के इस बयान के बाद आज अरुण यादव भोपाल पहुंचे तो उनका अपने निवास पर सबसे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा से हुआ। इंदौरा के पास सह प्रभारी के रूप में निमाड़ क्षेत्र के जिलों की जिम्मेदारी है।
बंद कमरे में इंदौरा-यादव की चर्चा
मौजूदा कंट्रोवर्सी के बाद इंदौरा की यादव से भोपाल पहुंचने पर बंद कमरे में मुलाकात हुई। इंदौरा 45 बंगला स्थित अरुण यादव के निवास पर काफी देर तक उनका इंतजार करते रहे और जैसे ही वे बंगले पहुंचे तो सबसे पहले बंद कमरे में दोनों नेताओं की लंबी चर्चा हुई। चर्चा के बाद जब दोनों नेता कमरे से बाहर निकले तो उनकी बॉडीलेंग्वेज असहज नजर आई। बंगले पर यादव के क्षेत्र के लोग भी थे जो इंदौरा से अपनी बात कहना चाहते थे लेकिन कमरे से निकलने के बाद यादव ने यह कोशिश की कि सह प्रभारी इंदौरा उन लोगों से अभिवादन स्वीकार कर जल्दी से बंगले से रवाना हो जाएं। यादव के इंदौरा को ले जाने की कोशिश को उनके समर्थकों ने अपनी बात पूरी करने के बाद ही पूरा होने दिया।
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