वोट चोरी के आरोपों से जहां बिहार विधानसभा चुनाव का मुद्दा गर्माया हुआ है वहीं मध्य प्रदेश में किसी तरह के चुनाव नहीं होने के बाद भी यहां कांग्रेस के वोट चोर गद्दी छोड़ आंदोलन अभियान पर भाजपा नेताओं ने हिंसक विरोध करके अपने पैर कुल्हाड़ी मार ली है। रतलाम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पार्टी के आंदोलन करने पहुंचे थे कि उनके साथ ऐसा वाक्या हुआ कि उनकी जान जोखिम में डल गई और भाजपा नेताओं के काले झंडे दिखाकर विरोध आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया। जो हुआ, उस पर पढ़िये हमारी रिपोर्ट।
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और कांग्रेस सहित संपूर्ण विपक्ष वहां पर भाजपा पर वोट चोरी के आरोप लगाकर घेर रही। कांग्रेस ने बिहार सहित देश कई राज्यों में वोट चोरी के आरोपों को लेकर आंदोलन अभियान के रूप में चला रखा है। मध्य प्रदेश में भी इस आंदोलन के तहत कई जिलों में कांग्रेस अभियान के तहत रैली, सभाएं कर रही है। रविवार को कांग्रेस ने रतलाम में वोट चोर गद्दी छोड़ नाम से चलाए जा रहे अभियान की श्रृंखला में आंदोलन का ऐलान किया था जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी शामिल होने वाले थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी को रोकने के लिए भाजपा की स्थानीय इकाई ने काले झंडे दिखाने का कार्यक्रम तैयार कर रखा था मगर यह आंदोलन पार्टी के नेताओं के लिए अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा साबित हुआ।
काले झंडे दिखाते दिखाते, गाड़ी में तोड़फोड़
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पार्टी के वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान में आंदोलन की श्रृंखला के तहत रैली करने जा रहे थे कि भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को घेर लिया। काले झंडे दिखाते-दिखाते वहां ऐसी परिस्थितियां बन गईं कि पीसीसी चीफ की कार पर हमला हो गया। हमले में उनकी गाड़ी के कांच ही बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि कांग्रेस नेता किसी तरह बचते बचाते वहां से निकले और वहां पुलिस ने काले झंडे दिखाने वालों को हमले के बाद केवल हटाती नजर आई। काफिले के गुजरते समय व काले झंडे दिखाने सड़क भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं की भीड़ आते समय पुलिस नजर नहीं आई। काले झंडे दिखाकर भाजपा की कांग्रेस के आरोपों का विरोध का मकसद पूरा हो गया था मगर पीसीसी चीफ पटवारी की गाड़ी में तोड़फोड़ से कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर उनकी ही पार्टी की मोहन सरकार को कांग्रेस ने घेर लिया है। लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को डरा-धमकाकर दबाने के आरोपों का कांग्रेस को भाजपा नेताओं के कृत्य ने मौका दे दिया है।
Leave a Reply