भाजपा-कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया है और भाजपा ने सरकार में बने रहने के लिए इस बार दो केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव प्रबंधन के लिए नियुक्त कर दिया है। अभी तक भाजपा संगठन की ओर से क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव प्रदेशभर में दौरे कर रहे थे। इस तरह पार्टी चुनाव में कमर कसकर उतर रही है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम का ऐलान होने में अभी तीन महीने से ज्यादा का वक्त है लेकिन राजनीतिक दलों में चुनाव को लेकर विशेष तैयारियां जोरों पर हैं। भाजपा सत्ता में होने की वजह से सरकार में बने रहने के लिए जी जान से जुटी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा मध्य प्रदेश के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी किसान, महिला, बेरोजगार, युवा, कर्मचारी जैसे सभी वर्गों के लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए घोषणाएं करते जा रहे हैं।
संगठन नेताओं के बाद केंद्रीय मंत्रियों की ड्यूटी लगाई
भाजपा सरकार में पांचवी बार आने के लिए विधानसभा चुनाव के हर स्तर पर प्रबंधन के लिए कदम उठा रही है। संगठन के नेताओं क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव लंबे समय से प्रदेश के दौरे पर दौरे कर रहे हैं। मोदी व शिवराज सरकार की जनहितैषी नीतियों से लाभ पाने वाले लोगों के वोट को अपने मजबूत संगठन के माध्यम बूथ में अपने पक्ष में करने की मेहनत की जा रही है। मगर अब चुनाव प्रंबधन को और मजबूत करने के लिए दो केंद्रीय मंत्रियों भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव को पार्टी ने प्रभारी के रूप में नियुक्त कर दिया है। इस तरह दिल्ली मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के 51 फीसदी वोट के टारगेट को पाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकता जा रहा है।
यादव कूनो चीता प्रोजेक्ट से जुड़े रहे, मोदी-शाह के करीबी
भाजपा के नव नियुक्त प्रदेश के प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी कूनो चीता प्रोजेक्ट से जुड़े रहे और इस कारण मध्य प्रदेश के प्रशासनिक अफसरों के साथ भी उनका संपर्क रहा है। ऐसे में चुनाव के दौरान के दौरान उनका मध्य प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी और संगठन के बीच बेहतर तालमेल बने रहने की संभावना है जिसका चुनाव प्रबंधन में उन्हें मिलेगा। वैष्णव भी मध्य प्रदेश में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के नए भवन के लोकार्पण और उसके बाद वंदे भारत ट्रेनों के शुभारंभ कार्यक्रम में लगातार दौरों से यहां के पार्टी संगठन व रेलवे व मध्य प्रदेश के प्रशासनिक अफसरों के साथ उनकी बैठकों से पार्टी के लिए चुनाव प्रबंधन उन्हें मदद मिलेगी।
कांग्रेस ने भी इसी तरह उठाए कदम
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी इसी तरह कदम उठाए हैं जिसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका वाड्रा द्वारा जबलपुर के बाद ग्वालियर का दौरा किया जा रहा है। ग्वालियर ज्योतिरादित्य सिंधिया का क्षेत्र है और प्रियंका का वहां चुनाव पूर्व दौरे से पार्टी भाजपा को चुनौती दे रही है। कांग्रेस ने चुनाव में दिल्ली से न केवल प्रदेश प्रभारी व सह प्रभारी की टीम लगा रखी है बल्कि पांच पर्यवेक्षकों की नियुक्तियां भी की हैं। पार्टी की युवा व छात्र इकाइयों में एआईसीसी ने जिलास्तर पर समन्वयक बनाकर भेज रखे हैं तो दिल्ली की कुछ टीमें प्रदेश में प्रत्याशियों के चयन के पहले स्थानीय नेताओं को लेकर सर्वे भी कर रही हैं। प्रदेश के कुछ राष्ट्रीय नेताओं को भी ऐसे सर्वे करके अलग से रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस तरह दिल्ली हाईकमान मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के भरोसे विधानसभा चुनाव प्रबंधन नहीं कर रहे है बल्कि उसने अपने स्तर पर मैनेजमेंट की टीम फैला रखी है।
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