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BJP में बगावत जारी, पूर्व मंत्री उमाशंकर समर्थक वीडी शर्मा के बंगले पहुंचे तो MLA केके श्रीवास्तव का इस्तीफा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के कारण भाजपा-कांग्रेस में नेताओं के बगावती तेवर हैं। भाजपा में पांचवीं सूची आने के बाद पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता हो या पारस जैन या विधायक केके श्रीवास्तव, इनकी नाराजगी अलग-अलग ढंग से बाहर निकली है। पढ़िये रिपोर्ट।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 228 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है लेकिन पांच सूचियों में घोषित इन प्रत्याशियों में से कई के खिलाफ पार्टी के दावेदारों व उनके समर्थकों में नाराजगी थम नहीं रही है। अभी तक यह क्रम जारी है। पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता भोपाल दक्षिण पश्चिम से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे लेकिन उनकी जगह पार्टी ने संगठन में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ कंधे से कंधे मिलाकर काम करने वाले भगवानदास सबनानी को चुनाव लड़ाने के लिए उनकी पसंदीदा सीट हुजूर में समायोजित नहीं किए जाने पर दक्षिण पश्चिम से टिकट देकर गुप्ता को चुनाव मैदान से दूर कर दिया है। इससे उमाशंकर गुप्ता नाराज हैं और उनके समर्थक भी अपने नेता को टिकट नहीं मिलने से अब तक समझा नहीं पाए हैं। पहले गुप्ता ने सबनानी को टिकट मिलने के बाद घर पहुंचने पर बैठने तक नहीं पूछा और अब उनके समर्थक वीडी शर्मा के बंगले में सबनानी का विरोध करने पहुंच गए।
विधायक केके श्रीवास्तव का इस्तीफा
टीकमगढ़ के भाजपा विधायक केके श्रीवास्तव ने इस बार प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से नाराज होकर रविवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देकर अपने दायित्व से मुक्त होने का पत्र वीडी शर्मा को भेज दिया है। इस्तीफे में उन्होंने अपनी अनदेखी किए जाने पर दुख जताया है। हालांकि वे इस्तीफे के बाद चुनाव लड़ेंगे या नहीं इस बारे में कोई ऐलान नहीं किया है।
पूर्व मंत्री पारस जैन का सक्रिय राजनीति से किनारा
उज्जैन से छह बार के विधायक रहे पूर्व मंत्री पारस जैन भी टिकट नहीं मिलने से दुखी हैं और अपने क्षेत्र में पंपलेट जारी कर सक्रिय राजनीति से किनारा करने का ऐलान किया है। उन्होंने संदेश में लिखा है कि उनसे टिकट नहीं दिए जाने के पहले किसी ने चर्चा तक नहीं की जिसको लेकर उन्हें दुख है। इस संदेश में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा द्वारा उनसे कही गई बात का हवाला देते हुए अपने साफसुथरे राजनीतिक सफर के बारे में भी अप्रत्यक्ष रूप से बताया है।
कांग्रेस में टिकट बदलने के दबाव बना रहे दावेदार
कांग्रेस में टिकट वितरण से नाराजगी भाजपा जैसी ही है और टिकट बदलने के लिए दावेदारों के प्रयास जारी हैं। भोपाल के बैरसिया के बाद हुजूर में दावेदारी कर रहे पूर्व विधायक जीतेंद्र डागा अपने बेटे को आप से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं तो दूसरे दावेदार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मखमल मीणा अपने मीणा समाज को टिकट नहीं मिलने से राघौगढ़, नरसिंहगढ़, शमसाबाद, भोजपुर, कुरवाई, शुजालपुर-काला पीपल और राजस्थान से लगी सीटों में पार्टी को नुकसान होने का दावा कर रहे हैं। मखमल मीणा कह रहे हैं कि समाज ने कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पिछले दिनों हजारों की संख्या में अपने लोगों को भोपाल में जुटाया था लेकिन टिकट नहीं मिलने से वे पार्टी से नाराज हो गए हैं। वहीं, टीकमगढ़ के खरगापुर से दावेदार अजय सिंह यादव ने भी अन्याय यात्रा के समापन पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है तो कुछ दिनों पहले ही पार्टी में शामिल हुई रोशनी यादव ने निवाड़ी में टिकट नहीं बदले जाने पर बगावत करने की चेतावनी दे डाली है।
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