आज भी लोगों को अपने परिजनों-रिश्तेदारों के अंतिम संस्कार खुले स्थान पर करना पड़ रहा है और बारिश के ऐसे मौसम में जब किसी व्यक्ति का दाह संस्कार होना हो तो ऐसे हालात बन जाते हैं कि पार्थिव शरीर का अंतिम क्रियाकर्म करना मुश्किल हो जाता है। खरगोन जिले में ऐसे ही हालात बने। पढ़िये रिपोर्ट।
-
दुनिया
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-