भारतीय समाज में शादी एक बड़ा महत्वपूर्ण स्थान रखती है जिसमें वर-वधु के माध्यम से दो परिवार एक नए रिश्ते में बंधते हैं लेकिन इन शादियों में आजकल दिखावा ज्यादा होने लगा है। गरीबों की शादियां फिर भी आज सादगी से भरी दिखती हैं लेकिन अमीरों में रेडकार्पेट पर स्वागत सत्कार व तामझाम दिखावा ही दिखावा होता है। शादी पर हमारे लिए लेखक अतुल मलिकराम ने अपने अनुभवों को शब्दों में गढ़कर पेश किया है। पढ़िये अतुल मलिकराम की रिपोर्ट।
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