मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने शिवराज सरकार के खिलाफ आरोप पत्र में घोटाले जारी किए तो भाजपा ने तत्काल पलटवार करते हुए कमलनाथ को 15 महीने की उनकी सरकार में 15 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप लगाए। कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को ठगराज कहा तो भाजपा ने उन्हें करप्शननाथ कहकर उनके भ्रष्टाचारों को गिनाया। पढ़िये रिपोर्ट।
आज सुबह कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पत्रकारों के सामने शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया। आरोप पत्र में 225 घोटालों के बारे में बताया गया। उन्होंने इसमें शामिल आरोपों को लेकर कहा कि मध्य प्रदेश की पहचान आज प्रचार, भ्रष्टाचार और अत्याचार के रूप में होने लगी है। सीएम चौहान की लोकसभा सदस्य के रूप में जो पहचान थी वह पूरी तरह बदल चुकी है। वे शिवराज सिंह चौहान से अब ठगराज बन चुके हैं। नौजवानों, बुजुर्गों, किसानों, व्यापारियों, सरकारी कर्मचारियों सभी को उन्होंने ठगा है। उनकी नीति और नीयत ठगी की हो गई है। महाकाल, गौमाता को नहीं छोड़ा। कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश का हर नागरिक भ्रष्टाचार से पीड़ित है और गवाह है। भ्रष्टाचार के कारण निवेश नहीं आ रहा है। बेरोजगारी समस्या है।
वल्लभ भवन-सीएम हाउस में कैमरे हैं तो जांच करना थी
कमलनाथ ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं तो वल्लभ भवन और मुख्यमंत्री निवास में कैमरे लगे हैं फिर उनके आधार पर कार्रवाई क्यों नहीं की। ई-टेंडर और तमाम घोटालों पर भाजपा कुछ नहीं कर रही है। सरकार में जब थे तो उनको लेकर 2018 में कांग्रेस ने भ्रष्टाचार-घोटालों पर जांच आयोग से कार्रवाई का वादा किया था और उन पर अमल नहीं किए जाने को लेकर कमलनाथ ने उनके पास उस समय कम मिला था और उन्हें पता नहीं था कि सरकार चली जाएगी। कमलनाथ ने 2023 का मॉडल बताया।
भाजपा का पलटवार, बताया 1984 का मॉडल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस के आरोप पत्र और कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ 2023 के नहीं 1984 के मॉडल हैं और वे सिख दंगों के मॉडल हैं। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ की 15 महीने की सरकार दिग्विजय सिंह के इशारों पर चल रही थी जिसमें कमलनाथ करप्शननाथ बन गए। उन्होंने कांग्रेस के आरोप पत्र को झूठ पत्र करार दिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ की 15 महीनों की सरकार में 15 हजार करोड़ रुपए के घोटाले हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस को करप्शन की दुकान और घोटोलों की जननी बताया। कहा कि कमलनाथ सरकार ने किसान कर्ज माफी में बंदरबांट की और ट्रांसफर घोटाला किया।
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