मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और पर्यवेक्षकों के बाद अब पंचायत सचिवों को भी चुनाव पूर्व तोहफा दिया है। लालपरेड मैदान में पंचायत सचिव सम्मेलन में सीएम ने ऐलान किया कि आज से उन्हें नियमित कर्मचारी माना जाएगा और जिस तरह नियमित कर्मचारियों को सुविधाएं मिलती हैं, सब दी जाएंगी। पढ़िये सीएम ने पंचायत सचिव सम्मेलन में और क्या किया ऐलान।
मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत सचिवों को दिग्विजय सरकार के समय को याद दिलाया और कहा कि उन्होंने तो 500 रुपए में पंचायत सचिव रखे थे। गुरूजी को भी इतनी राशि दी जाती थी। मगर भाजपा ने सरकार में आते ही चिंता करते हुए पंचायत सचिव को 1250 रुपए किया। चौहान ने कहा कि वे आज सम्मेलन में सभी पंचायत सचिवों को नियमित कर्मचारी बनाने का ऐलान करते हैं और अब नियमित कर्मचारी की तरह सुविधाएं व नई पेंशन की पात्रता होगी। पंचायत सचिव मित्रों को सातवें वेतनमान का लाभ देने और पंचायत सचिवों को समयमान वेतनमान भी मिलेगा। पंचायत सचिव की मृत्यु पर उनके आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। रिटायरमेंट के समय पंचायत सचिवों को एक मुश्त तीन लाख की राशि दी जाएगी। पंचायत सचिव मित्रों को पांच लाख का दुर्घटना व स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा।
पंचायत सचिव मित्र-पंचायत सचिव ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण कड़ी
मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत सचिव मित्र और पंचायत सचिव को ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण कड़ी बताया। उन्होंने कहा कि वे सरकार और ग्राम पंचायत के बीच पुल की तरह काम करते हैं। अगर पुल ही कमजोर होगा तो ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कैसे होगा। चौहान ने कहा कि पंचायत सचिव केंद्र और राज्य की सरकारों की योजनाओं क्रियान्वित करते हैं। उन्होंने काम की सराहना करते हुए कहा कि उनके कारण ही आज प्रधानमंत्री आवास योजना में मध्य प्रदेश पहले और दूसरे स्थान पर रहा है। नल जल जैसी हितग्राही मूलक योजनओं को भी उन्होंने जनता तक पहुंचाने में अच्छी भूमिका निभाई है।
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