मध्य प्रदेश में पीएमटी-पीईटी प्रवेश परीक्षाओं और पुलिस आरक्षक, परिवहन आरक्षक जैसी भर्ती परीक्षाओं में बदनाम हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल का नाम बदले जाने के बाद नया नाम मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भी आरोपों के घेरे में फंसता जा रहा है। पटवारी और समूह दो उप समूह चार की भर्ती परीक्षाओं के परिणाम आने के बाद चयनित लोगों को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परीक्षा परिणाम पर संदेह जताए जाने की वजह से पुनः परीक्षण कराए जाने के निर्देश देते हुए नियुक्तियों पर रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेन्टर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूँ। सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा। इस मामले को विपक्ष की ओर से प्रमुखता से उठाने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्य़क्ष अरुण यादव ने अब इसकी सीबीआई जांच की मांग की है।
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