MP के चुनावी वर्ष में CONG प्रदेश प्रभारी पर निगरानी, BJP प्रभारी अपने बयानों से गोल दाग रहे

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजदीक आने से इन दिनों भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों में संगठन को पूछपरख बढ़ने लगी है। मगर दोनों ही दलों में प्रदेश प्रभारियों के लिए परिस्थितियां अलग-अलग हैं क्योंकि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पर प्रवास के दौरान निगरानी की खबरें हैं तो भाजपा प्रदेश प्रभारी सरकार-संगठन को कसने के लिए कभी अपने ताकतवर खेमे पर तीखे बाण चलाते हैं तो कभी कांग्रेस नेताओं को चुभने वाले तीर फेंककर कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करते हैं। आपको दोनों पार्टियों के प्रदेश प्रभारी की परिस्थितियों से रूबरू कराते हैं।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा में सरकार और संगठन जमीन पर काम में जुटे गए हैं तो कांग्रेस भी इसमें पीछे नजर नहीं आ रही है। भाजपा में जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी सरकार की योजनाओं को लेकर बड़ी-बड़ी सभाएं कर रहे हैं तो प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा संगठन की बैठकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं को चुनौतियों के बारे में अवगत करा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस में भाजपा नेताओं के कमलनाथ के बंद कमरा बैठकों व हेलीकॉप्टर से दौरों पर कसे गए तंजों के बाद अब पिछले कुछ दिनों से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के दौरों की संख्या बड़ी है तो दिग्विजय सिंह भी कई सालों से हारी सीटों पर अपने दौरे कर रहे हैं।

प्रदेश प्रभारी राव के साथ सरकार-संगठन तो जेपी पर की जा रही निगरानी
चुनाव वर्ष में दिल्ली से भेजे जाने वाले प्रदेश प्रभारियों की अहम भूमिका होती है। भाजपा के मुरलीधर राव अपनों पर कसावट रखने तथा विपक्ष पर हमलों से अपनों को दिशा देने की कोशिश कर रहे हैं मगर कांग्रेस में लगता है कि जयप्रकाश अग्रवाल प्रदेश में उपेक्षित रवैये से कहीं न कहीं आघात नजर आते हैं। मुरलीधर, प्रदेश में तीन साल पहले कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को उनके सामने ही विभीषण जैसे शब्दों से संबोधित कर उन्हें चेतावनी देने से नहीं चूक रहे हैं तो विरोधियों पर हमले करने दिग्विजय सिंह को पाकिस्तान-उग्रवादियों का दोस्त तक कहकर चर्चा में बने रहते हैं। वहीं, जेपी को एआईसीसी के कार्यक्रमों को प्रदेश में कराने में खुद पहल करना पड़ रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी उन कार्यक्रमों को गंभीरता से नहीं ले रहा है। राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्ति के बाद सत्याग्रह कार्यक्रम प्रदेश में कई स्थानों पर सूचना तक नहीं पहुंची तो कई प्रमुख नेताओं को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। यह कार्यक्रम रस्म अदायगी जैसा हो गया। यह पता चला है कि जेपी को कार्यक्रम आयोजित कराने से लेकर अगले दिन कार्यक्रम आयोजन के फीडबैक तक खुद लेना पड़ा।

जेपी पर कौन करा रहा निगरानी
जानकारी है कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल जेपी पर प्रदेश प्रवास के दौरान निगरानी रखी जाी है और किसी विक्की-अनिल-केसवानी नाम के तीन लोगों व्यक्तियों द्वारा सुबह से लेकर रात तक जेपी की गतिविधियों की मिनिट टू मिनिट जानकारी फीड की जाती है। हालांकि इस बारे में अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने अपनी मदद के लिए पीसीसी से लोकल व्यक्ति को देने को कहा था जो उन्हें पूरी मदद करते हैं। वे कहते हैं कि उनकी निगरानी नहीं रखी जा रही है।
मुरलीधर राव ने ब्राह्मण बनियों की पार्टी पर कहा था कि उनकी एक जेब में ब्राह्मण और दूसरी जेब में बनिया हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Khabar News | MP Breaking News | MP Khel Samachar | Latest News in Hindi Bhopal | Bhopal News In Hindi | Bhopal News Headlines | Bhopal Breaking News | Bhopal Khel Samachar | MP News Today