-
दुनिया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
सीधी कलेक्टर के दरबार में आवेदक का गुस्सा…40 बार आवेदन दिया काम नहीं हुआ…चलिए बाहर जाइए

विंध्य के सीधी जिले में कलेक्टर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे एक आवेदक की बार-बार शिकायत आवेदन पर कार्रवाई नहीं होने के गुस्से का जवाब गुस्से में देते हैं। कहते हैं बोलिये, अब आप चलिए बाहर जाइए। यह आवेदक अपने लिए नहीं बल्कि अपने गांव में हो रहे काम की क्वालिटी की चिंता में भटक रहा है और कहीं से उसे कोई राहत नहीं मिल पा रही है। सुनिये वायरल वीडियो में आवेदक का गुस्सा व कलेक्टर की खीझ।
*मध्यप्रदेश के सीधी जिले का मामला,*
— SYED JAFAR (@SyedZps) March 29, 2023
— एक आम नागरिक ने कलेक्टर को दिखाया आईना, शिवराज सरकार में आम जनता कितनी त्रस्त है, वो इस वीडियो में दिख रहा है।
शिवराज जी,
*अब जनता मैदान में उतर रही है।* pic.twitter.com/myMHK3A3xy
सीधी जिले के कलेक्टर साकेत मालवीय के दरबार में एक आवेदक अपने गांव की पंचायत के काम की गुणवत्ता की चिंता करते हुए आवेदन लेकर पहुंचा था। उसका कहना था कि वह सांसद-विधायक की अनुशंसा लेकर 40 बार कलेक्टर के बार पहुंच चुका है लेकिन आज तक उस पर कोई एक्शन नहीं हुआ। इससे व्यथित होकर आवेदक ने दरबार में मौजूद लोगों की तरफ मुखातिब होकर अपनी बात कही तो कलेक्टर साहब को नागवार गुजरा और वे बार-बार उसे उनकी तरफ मुंह करके बोलने की हिदायत देते रहे और आखिरी में वे उसे खीझते हुए अंदाज में बोले चलिए बाहर जाइए।
कुछ इस तरह चली आवेदक-कलेक्टर में बहस
आवेदकः थोड़ा इसमें देख लें, सर। ऐसे कैसे चलेगा सर। मनमाने ढंग से काम करा रहा है।ठीक तरह से सही समय पर काम नहीं करा रहा है। पूरा पैसा खा गया। सांसद से लेकर विधायक और 40 बार आपसे मिल चुका हूं। अब तो प्रशासन से भरोसा उठ गया है। आप बोल दें मैं चला जाऊंगा। कार्रवाई नहीं हो रही है कोई मतलब नहीं है। यह जनता का दरबार है।
कलेक्टरः चिल्लाई मत।
आवेदकः चिल्लाए क्यों नहीं, इतने सारे दस्तावेज लाया हूं।
कलेक्टरः क्या दस्तावेज है। किसको दिखा रहे हो।
आवेदकः आप देखिये जब जनता का काम नहीं होता तो किस बात का है। मैं आपके पास आता हूं कि ग्राम पंचायत का सही तरीके से काम नहीं हो रहा है तो उसमें एक्शन लीजिए। हमारा समय बरबाद हो रहा है। अगर मैं गलत काम करा रहा हूं तो जेल भिजवा दीजिए। हमारे सीधी के प्रशासन में कुछ काम ही नहीं हो रहा है। एक काम के लिए पचास मर्तबा आवेदन देने आते हैं। कोई काम ही नहीं हो रहा है।
कलेक्टरः और कुछ
आवेदकः मेरा निवेदन है कि यह जनता का दरबार है और यहां जो बैठता है जनता के न्याय के लिए बैठता है। अगर हमको न्याय नहीं मिलता है तो यह दरबार किस काम है। अगर बुरा लगता हो तो मुझे जेल भिजवा सकते हैं।
कलेक्टरः बोल लिया। चलिए बाहर जाइए। बहस मत करिये। उधर घूमकर बोलिये।
Posted in: bhopal news, Uncategorized, देश, मध्य प्रदेश, मेरा मध्य प्रदेश
Tags: bhopa news, bhopal breaking news, bhopal hindi news, bhopal khabar, bhopal khabar samachar, bhopal latest news, bhopal madhya pradesh, bhopal madhya pradesh india, bhopal madhyya pradesh india, bhopal mp, bhopal mp india, bhopal news, Bhopal news headlines, bhopal news hindi, bhopal news in hindi, bhopal news online, bhopal samachar, bhopal today, bhopalnews, breaking news, hindi breaking news, khabar bhopal, latest news in hindi bhopal, MP Breaking news, MP government, mp india, mp news, MP News Today, MP NewsMP Breaking news, MP Political news, mpnews
Leave a Reply