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सिंधिया के मिशन में पन्ना टाइगर रिजर्व की लापरवाही, तीन महीने में नहीं ढूंढ पाए स्वस्थ बाघिन

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने पिता की जयंती पर शिवपुरी के टाइगर विहीन माधव नेशनल पार्क को बाघों से आबाद करने के मिशन पर पन्ना टाइगर रिजर्व के वन अधिकारियों ने पानी फेर दिया है। वहां के अफसरों को तीन महीने में एक स्वस्थ बाघिन नहीं मिल सकी। हालांकि बांधवगढ़ और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से बाघिन और बाघ माधव नेशनल पार्क पहुंच गए हैं जिन्हें आज छोड़ा जाएगा। जानिये पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन में कैसे हुई लापरवाही।
मध्य प्रदेश की स्थापना के बाद शिवपुरी की मनिहारी नदी के किनारे स्थित वन्य क्षेत्र को ग्वालियर के महाराजा माधवराव सिंधिया के नाम पर माधव नेशनल पार्क पर स्थापित किया गया। 354 वर्ग किलोमीटर के इस नेशनल पार्क में आजादी के पहले सिंधिया राजघराने की शिकारगाह हुआ करती थी और यहां टाइगर का शिकार करने राजघराने के सदस्य व उनके मेहमान आया करते थे। 90 के दशक में नेशनल पार्क टाइगर विहीन हो गया था जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता स्व. माधवराव सिंधिया की इच्छा थी कि फिर से टाइगर का कुनबा शुरू हो। ज्योतिरादित्य सिंधिया पिता की इच्छा को उनकी जयंती पर पूरा करने के लिए काफी समय से प्रयासरत थे और कुछ महीने पहले पन्ना, बांधवगढ़ व सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से दो बाघिन व एक बाघ को लाने का फैसला हुआ था।
पन्ना स्वस्थ बाघिन नहीं तलाश पाया
पन्ना टाइगर रिजर्व की स्वस्थ बाघिन को माधव नेशनल पार्क आज पहुंचाया जाना था लेकिन पार्क प्रबंधन की लापरवाही से तीन महीने पहले की कवायद आज तक पूरी नहीं हो सकी। पन्ना टाइगर रिजर्व के संचालक बृजेंद्र झा हैं। बताया जाता है कि तीन महीने पहले एक टाइग्रेस को ट्रेस किया गया था लेकिन तब उसे घाव था। उस पर निगरानी रखी गई लेकिन दूसरी स्वस्थ बाघिन की तलाश साथ में जारी नहीं रखी गई। कुछ दिन पहले तक जब बाघिन का घाव ठीक नहीं हुआ तब उसे माधव नेशनल पार्क भेजे जाने से पार्क प्रबंधन ने कदम पीछे हटाए। अब पार्क के रोजा वारिस व चंद्रनगर क्षेत्र में बाघिनों की तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक यह तलाश पूरी नहीं हो सकी है।
बांधवगढ़ व सतपुड़ा से पहुंचा जोड़ा
बांघवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक बाघिन और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से बाघ को माधव नेशनल पार्क भेज दिया गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक राजीव मिश्रा व उप संचाक लवि भारती और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एन कृष्णमूर्ति ने अपने-अपने बाघिन-बाघ को कुछ दिन पहले रेस्क्यू कर इनक्लोजर में मॉनीटरिंग व स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसके बाद माधव नेशनल पार्क भेजा है। आज माधवराव सिंधिया की जयंती है और उन्हें पार्क में छोड़ा जाएगा।
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