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दाग सब साफः अवैध वसूली के आरोपों पर CM ने निलंबित किया, चार महीने में बेदाग, मिली पोस्टिंग

कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर क्राइम ब्रांच के जिस निरीक्षक धनेंद्र सिंह भदौरिया को अवैध वसूली सहित कई दागों की वजह से निलंबित करने व ईओडब्ल्यू के छापे की चेतावनी के साथ निलंबित किया था, उसके दाग चार महीने साफ हो गए। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निकटतम अधिकारियों में शामिल भदौरिया को चुनाव के पहले फिर अपने पुराने कार्यक्षेत्र ग्वालियर-चंबल में पोस्टिंग मिल गई है। कौन है धनेंद्र सिंह भदौरिया जानिये।

मध्य प्रदेश पुलिस के निरीक्षक धनेंद्र सिंह भदौरिया एक चर्चित पुलिस अधिकारी हैं जिनकी सर्विस का बड़ा समय ग्वालियर-चंबल में रहा है। कुछ साल पहले ही वे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृह जिले दतिया से स्थानांतरित हुए थे। वहां भी उनके खिलाफ 2012 में एक वकील के यहां घर में लूटपाट के आरोप लगे थे जिसमें वकीलों ने काफी लंबे समय तक हड़ताल की थी। चार साल बाद 2016 में भदौरिया व एक अन्य पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी और फिर गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ था। दो साल पहले उन्हें अदालत ने जेल भी भेज दिया था जिसमें हाईकोर्ट से जमानत मिल सकी थी। इसके बाद वहां से उनका तबादला हो गया था।
इंदौर में अवैध वसूली के आरोपों पर सीएम की नजर में चढ़े
इंदौर में वे क्राइम ब्रांच में पदस्थ हुए तो उनके खिलाफ अभद्र व्यवहार के साथ अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगे। वरिष्ठ अधिकारियों के लिए सार्वजनिक रूप से आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर उनका लाइन अटैचमेंट आदेश हुआ लेकिन कुछ दिन में ही वे पुनः मैदानी पोस्टिंग पाने में कामयाब हो गए। इसके बाद कुछ बड़े बिल्डर्स से वसूली करने की शिकायतें हुईं। बड़े नेताओं ने हस्तक्षेप भी किया लेकिन मामला नहीं जमा तो बात सीएम चौहान तक पहुंची। फिर अक्टूबर 2022 के पहले सप्ताह में सीएम जब कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे तो उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान ही धनेंद्र सिंह भदौरिया का नाम लिए बिना उनके खिलाफ शिकायतों पर नाराजगी जताते हुए निलंबन की बात कही। वीडियो कांफ्रेंस में नाम नहीं लिए जाने से शाम तक भदौरिया का नाम सामने लाने से अधिकारी भी बचते रहे और निलंबन आदेश जारी होने में पूरे 24 घंटे का समय लगा दिया। सीएम ने वीडियो कांफ्रेंस में उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू के छापे तक की चेतावनी दी थी।
दाग सब साफ, माफी के बाद पोस्टिंग
धनेंद्र सिंह भदौरिया के अक्टूबर में लगे दाग केवल चार महीने में ही साफ हो गए हैं और चार महीने के दौरान उन्हें ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में पोस्टिंग दे दी गई है। वे शिवपुरी जिले में पदस्थ किए गए हैं।
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