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लक्ष्मीबाई से गद्दारी के बयान के बाद भोपाल BJP कार्यालय पहुंचे KP, जवाब मांगा या कुछ और…रहस्य बरकरार

लोकसभा सदस्य केपी यादव के शनिवार को दिए गए झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से गद्दारी करने संबंधी बयान के बाद आज वे अचानक भोपाल पहुंचे। उनके भाजपा कार्यालय में पहुंचने पर फोटो वायरल हो गया लेकिन वे भोपाल क्यों आए इसका जवाब न तो उन्होंने दिया और न ही भाजपा के किसी नेता ने शेयर किया। सिंधिया परिवार के खिलाफ बयान के बाद उनकी भोपाल यात्रा रहस्य बनी हुई है।
गुना-शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से सांसद केपी यादव ने शनिवार को मां जीजाबाई सम्मान समारोह में सिंधिया परिवार का नाम लिए बिना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से गद्दारी किए जाने से देश को 100 साल बाद आजादी मिल पाने का बयान दिया था। उनके इस बयान का वीडियो जब वायरल हुआ तो राजनीतिक गलियारों में इसकी जबरदस्त चर्चा हुई और सोशल मीडिया पर वे सुर्खियों में छा गए। दिनभर चली उनके बयान की चर्चा के बाद अचानक वे शाम को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचे तो मीडिया के कैमरे उनकी तरफ दौड़ गए। यादव भाजपा प्रदेश कार्यालय मंत्री राघवेंद्र शर्मा के कक्ष में पहुंचे। वहां मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी भी उनके पास बैठे थे। चौधरी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक हैं और राघवेंद्र शर्मा के कक्ष की तस्वीर में तीनों की फोटो दिखाई दे रही है। मगर चौधरी-यादव के बीच संवाद जैसी स्थिति दिखाई नहीं दे रही।
केपी यादव भोपाल क्यों आए उत्तर देने वाला कोई नहीं
केपी यादव के भाजपा कार्यालय में विवादास्पद बयान देने के बाद पहुंचने को लेकर जब राघवेंद्र शर्मा से संपर्क किया गया तो उनसे कोई जवाब नहीं मिला। उऩ्होंने कहा कि पार्टी की कई बैठकें होती हैं, आपको प्रवक्ता या भगवानदास सबनानी सही बात बता सकते हैं। प्रवक्ताओं से चर्चा की गई तो उन्होंने इस मामले में बात करने से बचने की कोशिश की। सबनानी के फोन पर संपर्क किया गया तो कोई जवाब नहीं मिला। केपी यादव ने अपने मोबाइल में संवाद के विकल्प को ब्लॉक करके रखा जिससे उनसे भी बात नहीं हो सकी।
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