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शिव महापुराण कथा वाचक प्रदीप मिश्रा का रुद्राक्ष महोत्सवः ट्रेनें बंद, सड़क ही सहारा

प्रसिद्ध शिव महापुराण कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव में पिछले साल फैली अव्यवस्था के बाद इस साल श्रद्धालुजनों को सड़क पर आश्रित रहना पडे़गा क्योंकि रेलवे ने रेलमार्ग के दोहरीकरण कार्य के नाम पर 26 ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। इनमें से आठ ट्रेनें वे हैं जो पंडित मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव कार्यक्रम स्थल कुबेरेश्वर धाम के सीहोर स्टेशन होकर गुजरती हैं।

पंडित प्रदीप मिश्रा का कुबेरेश्वर धाम सीहोर जिले में स्थित है जो भोपाल-इंदौर हाइवे पर ही है। यहां तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग के अलावा ट्रेन से भी सीहोर तक पहुंचा जा सकता है। मगर पंडित मिश्रा के इस साल 16 से 22 फरवरी तक आयोजित हो रहे रुद्राक्ष महोत्सव के लिए श्रद्धालुजनों को पूरी तरह सेे सड़क मार्ग पर ही निर्भर रहना होगा क्योंकि रेलवे के रतलाम रेल मंडल ने 10 फरवरी से लेकर 25 फरवरी के बीच कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया है या उनको डायवर्ट कर दिया है। इसकी वजह बताई जा रही है कि करछा और बड़लाई रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेक के दोहरीकरण का काम चल रहा है। इस वजह से ट्रेनों को निरस्त व डायवर्ट किया है।
सीहोर होकर जाने वाली आठ ट्रेनें भी प्रभावित
कुबेरेश्वर धाम में 16 से 22 फऱवरी के बीच आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव की अवधि में सीहोर होकर जाने वाली आठ ट्रेनें निरस्त की गईं हैं। इनमें इंदौर-छिंदवाड़ा-इंदौर चलने वाली पेंचवेली एक्सप्रेस को 10 फरवरी से 25 फरवरी के बीच निरस्त किया गया है तो भोपाल-उज्जैन-भोपाल पैसेंजर व एक्सप्रेस चार ट्रेनें 12 से 23 फरवरी के बीच नहीं चलाई जाएगी। इसी तरह भोपाल-दाहोद-भोपाल पैसेंजर ट्रेन 28 से 23 फरवरी के बीच नहीं चलेगी। इससे पंडित मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने वाले श्रद्धालुजनों को सड़क के रास्ते ही पहुंचना होगा।
रेलवे के रुद्राक्ष महोत्सव 2022 के कड़वे अनुभव
यहां उल्लेखनीय है कि मार्च 2022 में पंडित मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान रेलवे को कड़वे अनुभव हुए थे और सड़क पर लगे घंटों जाम के साथ रेलवे को भी अपने रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़ की वजह से भारी परेशानी झेलना पड़ी थी। सीहोर रेलवे स्टेशन पर पैर रखने की जगह नहीं थी जिससे ट्रेनों के परिचालन में रेलवे को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था।
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