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तीर्थ दर्शन योजना में IPS अधिकारी SP मुरैना के माता-पिता का नाम, कलेक्टर ने फेरा पानी

मध्य प्रदेश सरकार की तीर्थ दर्शन योजना का गरीब और मध्यम परिवारों के लिए है लेकिन कई बार आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्ति भी इसका लाभ उठा लेते हैं। ऐसा ही एक मामला विंध्य के सतना जिले में सामने आया है जिसमें भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और चंबल में पुलिस कप्तानी के माता-पिता इसका लाभ लेते देखे गए। आपको बता रहे हैं कि इन एसपी के माता-पिता का केस कैसे सामने आया और वे तीर्थ दर्शन के लिए जा पाए या नहीं।
भारतीय पुलिस सेवा के 2015 बैच के अधिकारी और मुरैना एसपी आशुतोष बागरी के माता-पिता लालजी-विद्या ग्राम गडरा तहसील रघुरानगर जिला सतना में रहते हैं। लालजी सहायक शिक्षक हैं और उनका बेटा आशुतोष आईपीएस बन गया है। लालजी व उनकी पत्नी विद्या तीर्थ दर्शन के लिए जाने वाले थे। द्वारिका जाने वाली तीर्थ दर्शन ट्रेन में 24 से 29 जनवरी के लिए इन लोगों ने आवेदन कर पंजीयन कराया था।
जानकारी छिपाकर पंजीयन
तीर्थ दर्शन योजना के पात्रों की सूची में लालजी-विद्या बागरी का नाम आया था और लालजी शासकीय सेवक होने के बाद भी विभाग की सक्षम अधिकारी से स्वीकृति नहीं ली गई। आयकरदाता होने की जानकारी छिपाई गई। उनके मामले में जब जांच हुई तो लालजी के सरकारी स्कूल में सहायक शिक्षक होने और साथ ही आयकरदाता होने की बात सामने आई। सतना के कलेक्टर ने तुरत-फुरत लालजी-विद्या बागरी के पंजीयन को निरस्त करने के आदेश दिए। साथ ही सहायक शिक्षक लालजी बागरी को मप्र सिविल सेवा आचरण नियम के तहत निलंबित कर दिया गया। यहां उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही मुरैना एसपी आशुतोष बागरी के सतना स्थित निवास पर चोर भी घुसे थे। तब भी काफी हंगामा मचा था।
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