सागौन तस्करी का ऑडियो वायरल, वन विभाग की संदिग्ध भूमिका

राजधानी भोपाल और सीहोर के बीच सागौन की तस्करी का मामला सामने आया है जिसमें एक ऑडियो वायरल हुआ है. इस ऑडियो में जो आवाजें सुनाई दे रहे हैं उनमें कथित रूप से वन विभाग का एक कर्मचारी भी शामिल है. सागौन की लकड़ी की तस्करी में शामिल लोगों में एक ड्राइवर भी था जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ चल रही है.

सीहोर जिले के इछावर तथा भोपाल के बीच सागौन टिंबर की तस्करी हो रही है. गुरुवार को सुबह उड़न दस्ते के वन कर्मियों और तस्करों के बीच मामला सेटलमेंट नहीं होने पर सागौन टिंबर से भरी लोडिंग बोलेरो पिकअप को जप्त कर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया. ड्राइवर से कड़ी पूछताछ पर बड़े नेक्सेस का खुलासा हो सकता है. वायरल ऑडियो को लेकर सीसीएफ भोपाल राजेश खरे का कहना है कि वे जांच कराने के लिए निर्देशित कर रहे हैं.
इछावर से भोपाल सागौन टिम्बर की तस्करी होने का खुलासा भी ऑडियो में मतीन और आरोपियों के बातचीत से हुई है. ऑडियो में यह स्पष्ट रूप से कहा जा रहा है कि पिछले दिनों भी तीन और गाड़ियां चोरी-छिपे भोपाल आई थी. भोपाल उड़न दस्ते ने गुरुवार को परवलिया के पास लोडिंग बोलेरो पिकअप वाहन क्रमांक एमपी 09 जीएफ – 248 पकड़ा जिसमें सागौन सिल्ली के 38 नग मौजूद थे. इसकी बाजार कीमत 9500000 के लगभग है. उड़न दस्ते के कर्मचारियों ने यह जबकि तब बनाई जब मामला तस्कर और वन कर्मियों के बीच सेटलमेंट नहीं हो पाया. सूत्रों ने बताया कि करीब ढाई घंटे तक वन विभाग की ओर से मतीन और तस्करों के बीच बातचीत होती रही. वायरल ऑडियो में मतीन यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि डेढ़ लाख में मामला सेट हो सकता है. जबकि आरोपी की ओर से कहा जा रहा कि उसके पास केवल ₹20-25000 हैं, इतने में ही सेटलमेंट करा दे. वायरल ऑडियो के मुताबिक आरोपियों को मतीन में गांधीनगर के पास बुलाया. मतीन ने बाद में ₹1 लाख का ऑफर दिया. इससे इनकार करने पर उड़न दस्ते ने गाड़ी भी जप्त कर कानूनी कार्रवाई पूरी की. सूत्रों ने बताया कि जब मतीन और आरोपियों के बीच बातचीत हो रही थी तब उड़न दस्ते में शामिल मंसाराम ही मौजूद थे. यानी उड़न दस्ते की कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध है. मतीन के खिलाफ कार्रवाई करने से उड़न दस्ते के अधिकारी बच रहे हैं.
उड़न दस्ते की टीम में शामिल सदस्यों के बीच पटरी नहीं बैठ पा रही है. उड़न दस्ते के टीम में शामिल सदस्य एक-दूसरे को बेनकाब करने में जुटे हैं. वायरल दोनों ऑडियो भी उसी कड़ी का हिस्सा है. गिरी सूत्रों का कहना है कि इछावर से भोपाल प्रतिदिन एक लोडिंग बोलेरो जीप सागौन की सिल्ली लेकर आ रही है और गोविंदपुरा मैं उसे खपाया जाता है. यदि फॉरेस्ट ऑफिसर गिरफ्तार ड्राइवर गंगाराम से कड़ी पूछताछ करेंगे तो सागौन की तस्करी का बड़ा खुलासा हो सकता है.
इनका कहना
मैंने ऑडियो सिर्फ को व्हाट्सएप पर भेज दिया है. उन्हें जांच करने के लिए चिट्ठी भी लिखी है.
राजेश खरे, सीसीएफ भोपाल
ड्राइवर गंगाराम से पूछताछ कर रहे हैं. न्यायालय में चालान पेश करेंगे. लकड़ी चोरी जमानती अपराध है. जब गाड़ी की राजसात की कार्रवाई चल रही है.
अनिल शर्मा, रेंजर उड़नदस्ता

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