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गुरु नानक देव जी द्वारा 553 साल पहले दी गई शिक्षा आज भी प्रासंगिक

गुरु नानक देव जी द्वारा 553 साल पहले दी गई शिक्षा आज भी प्रासंगिक है। यह बात कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पी नरहरि आयुक्त, एमएसएमई विभाग ने अपने उद्बोधन में कही.
श्री गुरूनानक देव जी ने भारत की मूल भावनाओं को जाना, समझा और आत्मसात् करके अपने वचनों में उतारा है। आज यह आवश्यक है की हम कुछ ऐसी पहल करें की श्री गुरू नानक देव जी की शिक्षाओं को प्रारंभिक स्तर से ही हमारी भविष्य की पीढ़ियों को पढ़ाया जाए और उनके द्वारा शुरू की गई परंपराओं को नए सिरे से बढ़ावा दिया जाए, ताकि हमारे समाज में भी उच्चतम मानवीय मूल्यों का विकास हो सके। आध्यात्मिक बोध सांसारिक समृद्धि सामाजिक समरसता के लिए श्री गुरु नानक देव जी द्वारा दी गई शिक्षा सदैव मानवता और विश्व का मार्ग प्रशस्त करती रहेगी।’’
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत श्री गुरू नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर आज की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के उद्देश्य से पंजाबी साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग एवं सैम ग्लोबल यूनिसर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 15 नवम्बर 2022 को सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी, भोपाल परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक, नीरू सिंह ज्ञानी ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि युवाआंे के बीच श्री गुरू नानक देव जी के समाजिक समरसता के मुख्य संदशों पर केन्द्रित यह आज का आयोजन किया गया है। श्री गुरू नानक देव जी के जीवन से प्रेरणा ले सकें इसलिये गुरूजी के उपदेशों पर केन्द्रित युवाओं द्वारा विभिन्न भाषण, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन प्रतियोगिताओं का आयोजन कर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया है। श्री गुरू नानक देव जी के जीवन पर केन्द्रित व्याख्यान एवं उनके जीवन वृत्त पर केन्द्रित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बिहारी लाल, (वरिष्ठ समाज सेवी) ने अपने उद्बोधन के माध्यम से कहा कि – जब भी देश में अत्याचार हुऐ है तो संतों एवं गुरूओं न अपनी धार्मिक उपदेशों से मानवता के जीवन को प्रकाशित किया है।
कार्यक्रम में वक्ता के रूप में उपस्थित हुए सरदार बरजिन्दर सिंह ने अपने व्याख्यान में श्री गुरु नानक साहिब जी के उपदेशों का वर्णन करते हुए कहा कि – ’’एक ईश्वर की अराधना करें, ईमानदारी से मेहनत कर काम करें और जात-पात खत्म करने के लिए श्री गुरूनानक देव जी द्वारा लंगर शुरू किया। श्री गुरु नानक साहिब जी ने बाबर के जुल्मों का विरोध किया और बाबर को जाबर कह के ललकारा और आजादी के लिए संघर्ष करने का आव्हान किया।’’
बीबा अमृत कौर, उज्जैन ने अपने व्याख्यान श्री गुरूनानक देव जी संदेशों पर प्रकाश डालते हुए कहा – ’’बुरों के साथ सब बुरा ही करते है, कोई समझदार ही माफ करता है, पर माफ करने के साथ साथ उसके साथ उसका भला करना यह गुरु नानक जी सिखाए।’’
डॉ. अखिलेश सिंह ने श्री गुरू नानक देव जी के वर्तमान के परिपेक्ष्य में प्रकृति और पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य से श्री गुरू नानक देव जी के दिये हुये संदेशों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्ष्ता सैम ग्रुप के चेयरमैन हरप्रीत सलूजा ने की कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीमती प्रीती सलूजा, संजीव सचदेवा, सरदार जसबीर सिंह भामरा, सरदार परमवीर सिंह, सरदार कुलदीप सिंह गुलाटी, सरदार तेजकुल सिंह पाली, श्रीमती सविता शाही, सरदार एम. एस. चंडोक, सरदार जे. पी. सिंह जौहर, विक्रम सिंह, कमल राजपाल, श्री निमेश सेठ, सरदार मंजीत सिंह, कुणालदीप सिंह, प्रीतपाल सिंह, ए.एस चावला वाईस चेयमैन, सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी, एन के तिवारी वाइस चांसलर, सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी एवं बडी संख्या में युवा वग उपस्थित रहे।
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