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श्री महाकाल की दशहरे पर निकलने वाली सवारी के भव्य स्वरूप की तैयारी

बाबा महाकाल की सवारी वर्ष में एक बार दशहरे पर शमी वृक्ष पूजन हेतु दशहरा मैदान जाती है जिसके भव्य स्वरूप की तैयारी की जा रही हैं। इसमें भजन मंडली, बैंड दल को भी शामिल किया जाएगा और झांकियां शामिल होंगी।
सवारी को मंदिर प्रबंध समिति, प्रशासन व उज्जैन के नागरिक गण मिलकर भव्य एवम व्यापक स्वरूप प्रदान करेंगे। इस बाबत एक बैठक आज शाम महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासनिक भवन में सम्पन्न हुई। बैठक में पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती, पूजरियांन समिति अध्यक्ष विजय शर्मा, पुरोहित समिति के अध्यक्ष अशोक शर्मा, मंदिर प्रबंध समिति सदस्य राजेन्द्र शर्मा ‘गुरुजी’, पुजारी राम शर्मा, पुजारी बबलू गुरुजी, सामाजिक कार्यकर्ता रूप पमनानी, भजन मंडलियों व बैंड के प्रतिनिधि गण आदि सम्मिलित हुए।
बैठक में चर्चा प्रारम्भ करते हुए राजेन्द्र भारती ने कहा कि इस आयोजन को हम सभी शहरवासियों को पूरे शहर के उत्सव की तरह मनाना है जिसे पूरे विश्व के लोग निहारेगें व उज्जैन शहर की अलग पहचान बनेगी. समिति सदस्य राजेन्द्र गुरु ने कहा कि सभी पूजन परम्पराओं का सम्यक निर्वहन किया जाकर पूरा शहर इस उत्सव का सहभागी होगा. भजन मण्डली व बैंड दल के सद्स्यों ने भी अपने विचार व सुझाव रखे. बैठक में यह सुझाव प्राप्त हुआ कि भगवान की सवारी का मार्ग वापसी में और अधिक विस्तृत व व्यापक किया जावे जिससे बडी संख्या में नागरिकगण जुड़ेंगे व नए शहर का बड़ा हिस्सा लाभांवित होगा. पूजरियांन समिति के अध्यक्ष विजय शर्मा गुरुजी ने बताया कि इसके पूर्व भगवान श्री महाकाल की शाही सवारी के मार्ग को भी प्रसन्नतापूर्वक इस बावत निर्णय लेकर व्यापक व विस्तृत आकार दिया गया था. श्री महाकाल लोक के दर्शन कराती मनमोहक व भाव प्रवण झांकिया सवारी का विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी, झांकियों से साकार रूप प्रकट होकर लोग भगवानजी के अनेकोँ स्वरूपों का साक्षात्कार करेंगे. बैठक में मंदिर अधिकारी गण जूनवाल, लोकेश चौहान, आर के तिवारी, उदेनिया जी आदि उपस्थित थे.
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