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कांग्रेस अध्यक्ष के लिए अब गहलोत पिछड़े, वासनिक-वेणुगोपाल-दिग्विजय के नाम आगे हुए

राजस्थान में कांग्रेस के संकट की स्थिति के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पार्टी अध्यक्ष बनने की संभावना कम हो गई है क्योंकि राजस्थान में सीएम पद की खींचतान में उनके रवैये से हाईकमान के निर्देशों की अवहेलना हुई है। ऐसे में अब वे दौड़ में पिछड़ते नजर आ रहे हैं और उनसे आगे मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल तथा दिग्विजय सिंह के नाम की चर्चा शुरू हो गई है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर अशोक गहलोत और उनके समर्थक विधायकों के रवैये के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में उनके नामांकन भरने पर मतदान की स्थिति बनती नजर आ रही है। गहलोत अगर चुनाव लड़ेंगे तो उनके खिलाफ हाईकमान का दूसरा कोई नेता भी नामांकन पर्चा भर सकता है। इसकी मुख्य वजह राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद भी ऐसी ही परिस्थितियां बनने पर पार्टी को और ज्यादा नुकसान हो सकता है।
दौड़ में अन्य नेताओं के नाम
कांग्रेस के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ महासचिव मुकुल वासनिक और भारत जोड़ो पदयात्रा की जिम्मेदारी संभाल रहे दिग्विजय सिंह के नाम कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चर्चा में आ गए हैं। सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने से रोकने के लिए अशोक गहलोत ने जिस तरह हाईकमान के प्रतिनिधियों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन की विधायक दल की बैठक से दूरी बनाई, वह अनुशासनहीनता की पराकाष्ठ है। यह हर कोई कह रहा है और खुद माकन ने भी जयपुर में मीडिया से चर्चा में कह दिया है।
कमलनाथ की एंट्री
राजस्थान के संकट से निपटने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की एंट्री हुई है। वे दिल्ली पहुंच गए हैं। अशोक गहलोत से वे चर्चा कर सकते हैं। कमलनाथ के गहलोत से निकट संबंध हैं और वे संकट को दूर कर सकते हैं।
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